मंडी समिति में सत्ता स्थापना की बागडोर ‘शिंदे’ के हाथ
सभापति का शीघ्र चयन मंडी समिति में सत्ता स्थापना की बागडोर ‘शिंदे’ के हाथ
डिजिटल डेस्क, वरोरा (चंद्रपुर) । हाल ही में हुए कृषि उपज मंडी वरोरा व भद्रावती के चुनाव में बहुमत वाले पैनल के उम्मीदवारों के नेताओं की बैठक हुई। जीत के बाद सत्ता स्थापित प्रक्रिया दौरान कोई अनुचित घटना न हो, उम्मीदवारों भगाया न जाए इसके लिए विशेष ध्यान देकर लोकतंत्र बनाए रखने नेतृत्व ने प्रयास शुरू किए हैं। सत्ता स्थापित करने के सभी सूत्र शिवसेना (ठाकरे) पार्टी के वरोरा-भद्रावती विधानसभा प्रमुख तथा सामाजिक कार्यकर्ता आघाड़ी के मुख्य सूत्रधार रवींद्र शिंदे को दिए गए हैं। वरोरा विधानसभा क्षेत्र के दोनों तहसील में कृषि उपज बाजार समिति चुनाव वरोरा में शेतकरी सहकार परिवर्तन आघाड़ी व भद्रावती में शेतकरी सहकार शिवसेना इन दोनों पैनल ने बहुमत से जीती है।
वरोरा में आघाड़ी का नेतृत्व शिवसेना (ठाकरे) पक्ष के वरोरा-भद्रावती विधानसभा प्रमुख तथा सामाजिक कार्यकर्ता रवींद्र शिंदे, सामाजिक कार्यकर्ता रमेश राजूरकर, डॉ. विजय देवतले, जयंत टेमुर्डे, करण देवतले ने किया। भद्रावती में पैनल का नेतृत्व शिवसेना (ठाकरे) के वरोरा-भद्रावती विधानसभा प्रमुख रवींद्र शिंदे ने किया। उनके नेतृत्व में जीत का परचम लहराया गया। पराजय का धब्बा लगाने से अच्छा तोड़-मरोड़ कर सत्ता स्थापित करने का प्रयास पराजित पैनल ने शुरू किया है। ऐसे प्रयास वरोरा में हुए। वरोरा में एक विजयी उम्मीदवार को प्रस्थापित नेतृत्व ने गले लगाने का प्रयास किया था। इसकी भनक रवींद्र शिंदे को लगने पर उन्होंने तत्काल हलचल कर आघाड़ी के 9 विजेता उम्मीदवारों को सुरक्षित किया व प्रस्थापितांे के प्रयास असफल किए। इस माह के 12 मई को भद्रावती तथा 13 मई को वरोरा बाजार समिति के सभापति का चयन होने की संभावना जताई जा रही है। बैठक में रमेश राजुरकर, डॉ. विजय देवतलेे, जयंत टेमुर्डे, करण देवतले, शिवसेना पदाधिकारी दत्ता बोरेकर, भास्कर ताजने, शिवसेना (ठाकरे) तहसील प्रमुख नरेंद्र पढाल, प्रशांत कारेकर, राहुल मालेकर, घनश्याम आस्वले, बंडू नन्नावरे, मंगेश भोयर, प्रदीप महाकुलकर, विलास जीवतोडे व दोनों तहसील के विजयी उम्मीदवार उपस्थित थे।