सिम्स की सुपर स्पेशलिटी पर कैंची... नौ की जगह सात मंजिला, 10 के बजाए फिलहाल 4 ब्लॉक
छिंदवाड़ा सिम्स की सुपर स्पेशलिटी पर कैंची... नौ की जगह सात मंजिला, 10 के बजाए फिलहाल 4 ब्लॉक
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। सिम्स यानी छिंदवाड़ा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस से कैंसर यूनिट लगभग हटा दी गई है। कार्डियक यूनिट और न्यूरो यूनिट पर भी कैंची चलने की बात सामने आ रही है। मतलब वर्ष २०१९ में हुए भूमिपूजन के साथ सिम्स को लेकर जो सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का सपना छिंदवाड़ा जिले ने देखा था उस पर फिलहाल ग्रहण लग गया है। पिछले करीब डेढ़ साल से काम ठप पड़ा है। १४५५ करोड़ लगात में बनने वाला छिंदवाड़ा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस अब महज ७६८.२२ करोड़ रुपए में बनेगा। हाल में प्रदेश मंत्रिपरिषद ने रिवाइज एस्टीमेट की मंजूरी दी है। लागत घटने के साथ ही सुपर स्पेशलिटी भी लगभग खत्म सी हो गई है। पहले सिम्स की बिल्डिंग ९ मंजिला की डिजाइन के अनुसार बनाई जा रही थी, अब घटकर ७ मंजिला हो गई है। १० ब्लॉक की जगह अब महज चार ब्लॉक ही बनना प्रस्तावित किया गया है। वर्ष २०१९ में तूफानी तेजी से शुरू हुए निर्माण कार्य को ढाई साल में पूरा होना था। यानी वर्ष २०२२ में निर्माण पूरा हो जाना था। जो अब तक फाउंडेशन या बेसमेंट तक ही पहुंच पाया है।
अब तक १०० करोड़ रुपए खर्च
सिम्स का निर्माण का ठेका मुंबई की शापुरजी पालोनजी इंजीनियरिंग एण्ड कंस्ट्रक्शन कंपनी के पास है। कंपनी ने शुरूआत में तेजी से काम किया। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद निर्माण की चाल भी डगमगा गई। पूर्व में १४५५ करोड़ के उक्त प्रोजेक्ट में १०० करोड़ रुपए का भुगतान भी हो चुका है। कटौती के बाद निर्माण की चाल एक बार फिर थम गई।
नई वर्किंग ड्राइंग का इंतजार
पीडब्ल्यडी पीआईयू और कंस्ट्रक्शन कंपनी अब सिम्स की नई ड्राइंग डिजाइन का इंतजार कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि नई ड्राइंग में कैंसर, न्यूरो विभाग और कॉर्डियक सेंटर शामिल नहीं है। हालांकि अधिकारी कटौती को सीधे तौर पर स्वीकारने के बजाए पहले और दूसरे फेस में निर्माण की बातें कर रहे हैं।
पहले ऐसे होना था सिम्स का निर्माण
अस्पताल: १५२३ बेड
आडिटोरियम: ८०० सीटर
स्टाफ रेसीडेंस: ११२ थ्री बीएचके
सीनियर नर्स रेसीडेंस: २० टू बीएचके
नर्स रेसीडेंस: १६८ वन बीएचके
सीनियर डॉक्टर रेसीडेंस: १६८ वन बीएचके
स्टॉफ रेसीडेंस: ११२ टू बीएचके
धर्मशाला:२५८ सीटर
नर्सिंग कॉलेज: ०१
नर्स हास्टल: ०१
कैंची चलने के बाद अब प्रोजेक्ट का स्वरूप:
बिल्डिंग: नौ की जगह ७ फ्लोर, १० के स्थान पर ४ ब्लॉक
अस्पताल: बेड संख्या स्पष्ट नहीं
आडिटोरियम: फिलहाल नहीं बन रहा
धर्मशाला: २५८ सीटर का निर्माण फिलहाल नहीं
नर्सिंग कॉलेज: निर्माण फिलहाल नहीं
नर्स हास्टल: निर्माण खटाई में
इनका कहना है
पीडब्ल्यूडी और पीआईयू के कार्यपालन यंत्री नीलेश गुप्ता ने कहा कि सिम्स में बेसमेंट का कार्य हो गया है। पहले फेस में एंट्रेंस समेत ४ ब्लॉक का निर्माण हो रहा है। जल्द ही दोबारा निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। जेल कॉम्प्लेक्स में जिला जेल का निर्माण ४० फीसदी तक हो गया है।