‘माया’ के लिए भिड़ गए ‘रूद्रा और बलराम’!, वीडियो वायरल
बाघों में छिड़ी वर्चस्व की लड़ाई ‘माया’ के लिए भिड़ गए ‘रूद्रा और बलराम’!, वीडियो वायरल
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। बाघों का घर कहे जानेवाले ताड़ोबा अंधारी बाघ प्रकल्प में अक्सर बाघों में वर्चस्व की लड़ाई देखने मिलती है। ऐसे में ताड़ोबा के रूद्रा और बलराम इन दो बाघों में अस्तित्व की लड़ाई शुरू है। हालांकि पिछले कई दिनों से दोनों में यह लड़ाई शुरू है, लेकिन रविवार को हुई लड़ाई माया बाघिन के लिए होेने की चर्चा अब सोशल मीडिया में खुब शुरू है। वीडियो, फोटो वायरल हो रहे हैं।
ताड़ोबा-अंधारी बाघ प्रकल्प के मोहर्ली वन परिक्षेत्र के जंगल परिसर के कोअर जोन में बलराम व रूद्रा दोनों में रविवार को संघर्ष हुआ। रविवार की सुबह की यह लड़ाई ताड़ोबा के कई पर्यटकों को दिखने मिली। बाघों का संघर्ष देखकर पर्यटक खुश हुए। ताड़ोबा के बाघों के कारण यहां देश-विदेश के पर्यटक ताड़ोबा की ओर आकर्षित होते हंै। एक बाघ को जंगल में संचार करने 40 से 50 वर्ग किमी परिसर लगता है, ऐसा अभ्यासकों का कहना है। किसी क्षेत्र में बाघ रहता है और वहां दूसरा बाघ आने पर दोनों में संघर्ष होता है, तो उस क्षेत्र पर जीतने वाले बाघ का अधिकार रहता है। वह उस परिसर का राजा रहता है। परिसर में वह अपना वर्चस्व स्थापित करता है। दूसरा बाघ उस क्षेत्र को छोड़कर दूसरी जगह अपना वर्चस्त निर्माण करता रहता है। तो कुछ बाघ बाघिन के प्रेम के लिए लड़ाई करते ऐसा भी अभ्यासक कहते हंै। कोअर जोन में रहने वाली ‘माया’ बाघिन का मन जीतने ‘बलराम व रूद्र’ में संघर्ष होने की बात कुछ जानकार कह रहे हंै। इस लड़ाई में बलराम जीतने की बात भी कही जा रही है। इस लड़ाई में दोनों बाघ गंभीर रूप से घायल हुए, जिससे बलराम ताड़ोबा के पंचधारा क्षेत्र में गया तो रूद्र येनबोड़ी की दिशा से जाने की बात कही जा रही है। दौरान यह लड़ाई माया बाघिन के लिए हुई, या फिर अस्तित्व के लिए यह चर्चा पर्यटकों में शुरू है।