आरएसएस की साजिश थी दिल्ली के दंगे - प्रकाश आंबेडकर
आरएसएस की साजिश थी दिल्ली के दंगे - प्रकाश आंबेडकर
डिजिटल डेस्क, पुणे। वंचित बहुजन महासंघ के नेता एड. प्रकाश आंबेडकर ने शनिवार को पंढरपुर में सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली में सीएए कानून के खिलाफ शुरू आंदोलन दंगों में तब्दील हुआ। यह पूर्वनियोजित था। इन दंगों के पीछे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का हाथ था। पंढरपुर में आयोजित एक सम्मेलन में आंबेडकर ने आरएसएस पर तंग कसते हुए कहा कि दिल्ली में जो दंगे हुए है वह पूर्वनियोजित थे। इसलिए ऐसे दंगे फिर से हुए तो उसको लेकर ताज्जुब करने की कोई बात नहीं है। इन दंगों के पीछे आरएसएस था। एक रिपोर्ट के अनुसार 25 लाख सैनिकों के यूनिफार्म बेचे गए हैं।
आंबेडकर ने कहा कि राज्य के नेताएं नागरिकता संशोधन कानून तथा एनआरसी को लेकर अधूरी जानकारी के आधार पर बेबुनियादी बयानबाजी कर रहे है। इस प्रकार की बयानबाजी करने से पहले वे कानून को समझें। उनकी यह बयानबाजी अड़चनें पैदा करेंगी। नागरिकत्व जाने के बाद एक दिन लोग पत्थर लेकर इन मंत्रियों के पीछे लगेंगे। ऐसी चेतावनी भी आंबेडकर ने दी।
रेल की टक्कर लगने से एक की मौत
रेल के नीचे आने से एक शख्स की मौत हो गई। यह दुर्घटना शनिवार की दोपहर डेढ़ बजे पुणे के दौंड तहसील स्थित केड़गांव में हुई। यह दुर्घटना है या फिर खुदकुशी इसकी जांच पुलिस कर रही है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गणेश हिरामण शेलार (46) की मौत हुई है। घटना को लेकर पुलिस ने अकस्मात मौत का मामला दर्ज किया है।
शेलार दौंड स्थित जवाहर विद्यालय में बतौर सिनिअर क्लर्क कार्यरत थे। शनिवार की दोपहर करीब डेढ़ बजे केड़गांव में उद्यान एक्सप्रेस की टक्कर लगने से शेलार की मौत हो गई। घटना की खबर जैसे ही गांव में फैल गई गांव के लोग घटनास्थल पर जमा हुए। खबर मिलते ही पुलिस भी घटनास्थल पहंुच गई। शेलार ने निजी साहूकार से कुछ रूपए कर्ज लिए थे। साहूकार की प्रताड़ना से तंग आकर उन्हाेंने यह कदम उठाया होगा ऐसी चर्चा शुरू हुई है। इसलिए पुलिस सभी दिशाओं में जांच कर रही है। शेलार के परिवार में माता पिता, पत्नी और दो बेटे हैं।