डेंगू संक्रमण को रोकने के लिए शहर में पहली मर्तबा अनुसंधान
नागपुर डेंगू संक्रमण को रोकने के लिए शहर में पहली मर्तबा अनुसंधान
डिजिटल डेस्क, नागपुर। पिछले पांच साल में उपराजधानी में डेंगू संक्रमण और मौत को लेकर अनुसंधान किया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के अनुरूप अनुसंधान में डेंगू संक्रमण के कारण और होने वाली मौत पर उपाय योजना को लेकर ठाेस पहल की गई है। सबसे खास यह है कि इस अनुसंधान में खुद मनपा आयुक्त राधाकृष्णन बी. ने भी सक्रिय भूमिका निभाई है। करीब 4 माह तक पांच सदस्यों की टीम ने पिछले पांच सालों के 2,470 पॉजिटिव डेंगू केसेस की हर पहलू से जांच की है। शहर में साल 2018 से 2022 तक करीब 17306 नमूनों की जांच की गई थी, इनमें से डेंगू के 2470 मामले पाए गए थे। इस रिपोर्ट में तत्काल उपाय योजना के साथ ही संभावित संक्रमण वाले स्थानों को लेकर छिड़काव, गप्पी मछली डालने से संक्रमण में तेजी से कमी पाई गई है। इस रिपोर्ट को डेंग्ू उन्मूलन के साथ ही मलेरिया प्रतिबंधक उपाय योजना में भी शामिल करने की संभावना है।
1000 संक्रमितों में 4 की मौत
पिछले पांच सालों में शहर में डेंगू का खासा संक्रमण होता रहा है। अध्ययन में प्रति 1000 संक्रमितों में 4 मरीजों की मौत पाई गई है। गंदगी और जलजमाव से डेंगू फैलाने वाले एडिज मच्छर पनपते रहे हैं। इन मच्छरों के प्रसार में बरसात की नमी को भी कारण माना गया है। कंटेनर इंडेक्स के रूप में नालों और बाहरी गंदगी का समावेश है, जबकि हाउस इंडेक्स में घरों के भीतर गमलों, कूलर, पुराने टायर के भीतर के गंदे पानी को माना जाता है।
17365 गप्पी मछलीं वितरित
गप्पी मछलियांे के चलते लार्वा को समाप्त करने में सहायता होती है। इस लिहाज से मलेरिया विभाग ने शहर के सार्वजनिक, निजी कुओं के साथ ही जल-जमाव वाले इलाकों में 17365 गप्पी मछलियों को छोड़ा है। ऐसे में डेंगू के लार्वा की प्रजनन क्षमता पर खासा असर दिखाई पड़ा है।
मासिक कंटेनर इंडेक्स में कमी : शहर में पांच साल पहले तक कंटेनर इंडेक्स 3.02 दर्ज किया गया था। करीब 3,000 से अधिक खुले स्थानों में लार्वा पाए जाने वाले स्थानों की जांच की गई है, जबकि हाउस इंडेक्स में प्रतिदिन जांच करने वाले संक्रमित घरों के नमूनों को जांच कर रिपोर्ट तैयार की गई है। लगातार उपाय योजना के चलते वर्तमान में कंटेनर इंडेक्स 1.15 तक आ गया है।
आयुक्त भी अनुसंधान में सक्रिय : अनुसंधान करने वाली पांच सदस्यों की टीम में माइक्रोबायलॉजिस्ट के रूप में मनपा आयुक्त राधाकृष्णन बी., प्रयोगशाला विशेषज्ञ के रूप में स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नरेन्द्र बहिरवार, मेयो के संक्रमण रोग विशेषज्ञ डॉ. ज्ञानचंद मिश्रा, स्वास्थ्य सेवा मलेरिया के उपसंचालक डॉ. श्याम निमगड़े का समावेश है। टीम का नेतृत्व मनपा की मलेरिया अधिकारी डॉ. जस्मीन मुलानी ने किया है।
पिछले 6 साल में डेंगू की स्थिति
साल नमूने जांच पॉजिटिव मौत
2017 1405 199 -
2018 5118 565 -
2019 2356 627 02
2020 643 107 01
2021 8030 1054 05
2022 1167 118 -
जागरूकता आवश्यक
शहर के 70 से अधिक ब्लैक स्पॉट वाले नालों को चिह्नित कर छिड़काव को प्राथमिकता दी जा रही है। इसके अलावा धरमपेठ लक्ष्मीनगर, धंतोली जैसे संभ्रांत इलाकों में जनजागरण किया जा रहा है। शहर की तंग और गैर-नियोजित बस्तियों की अपेक्षा संभ्रांत इलाकों में अधिक प्रभाव दिखाई दे रहा है।
-डॉ. जस्मीन मुलानी, प्रभारी मलेरिया अधिकारी, मनपा