कुलसचिव पद और एलआईटी में शिक्षकों की पदभर्ती टलने के आसार
कुलसचिव पद और एलआईटी में शिक्षकों की पदभर्ती टलने के आसार
डिजिटल डेस्क, नागपुर। यूनिवर्सिटी में होने जा रही कुलसचिव पद और लक्ष्मीनारायण इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एलआईटी) में 17 शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया टलने के आसार नजर आ रहे हैं। लोकसभा चुनाव के चलते लागू आचार संहिता के कारण यह पदभर्ती टल सकती है। इसी कारण नागपुर विश्वविद्यालय ने इस मामले में राज्य सरकार के उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग से मार्गदर्शन मांगा है।
लंबे समय बाद मिली है अनुमति
सरकार ने केवल 17 पदों पर नियुक्ति को मंजूरी दी है। अभी भी संस्थान में 2 प्राध्यापक, 3 सहयोगी प्राध्यापक और 8 सहायक प्राध्यापक पद मिला कर कुल 13 पद रिक्त रहेंगे। एलआईटी में टेक्नोलॉजी की 6, एमटेक की 4 और केमिकल की 7 शाखाएं हैं। संस्थान में 680 विद्यार्थियों की प्रवेश क्षमता है, लेकिन वर्तमान में संस्था में बड़ी संख्या मंे पद रिक्त होने का बुरा प्रभाव संस्थान की शैक्षणिक और प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर पड़ रहा था। लंबी मशक्कत के बाद विवि को एलआईटी में पदभर्ती करने की अनुमति मिली है।
रिक्त पदों से आ रही बाधा
यूनिवर्सिटी प्रभारी कुलसचिव डॉ. नीरज खटीक के अनुसार उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग को लिखे पत्र में यूनिवर्सिटी ने पूछा है कि आचार संहिता के बीच पदभर्ती की जा सकती है या नहीं। हाल ही में पूरी हुई आवेदन की अवधि में यूनिवर्सिटी को कुलसचिव पद के लिए 26 और एलआईटी के 17 शिक्षक पदों के लिए 360 के करीब आवेदन प्राप्त हुए हैं। एलआईटी में 9 प्रोफेसर, 3 एसोसिएट प्रोफेसर और 7 असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर नियुक्ति की जाएगी। संस्थान पर बीते कई वर्ष से रिक्त शिक्षक पदों का संकट छाया है, जो संस्थान को ऑटोनॉमी या फिर डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा दिलाने में रोड़ा बने हुए हैं। बीते दिनों एलआईटी के पूर्व छात्र संगठन सदस्य प्रसन्ना सोहडे ने इस दिशा में हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी। याचिका पर हाईकोर्ट ने नागपुर यूनिवर्सिटी और राज्य सरकार को आपस में पदभर्ती पर फैसला लेने का आदेश जारी किया था।