रिश्वत की रकम के साथ दीवार फांद कर भागा मैहर तहसीलदार का रीडर, तीन साल पहले भी पांच हजार रुपये लेते हो चुका है ट्रेप
सतना रिश्वत की रकम के साथ दीवार फांद कर भागा मैहर तहसीलदार का रीडर, तीन साल पहले भी पांच हजार रुपये लेते हो चुका है ट्रेप
डिजिटल डेस्क सतना। तीन साल पहले जिसे पांच हजार रुपये रिश्वत लेते पकड़ा गया, वह ट्रेप होने के बाद भी अपनी हरकत से बाज नहीं आया। एक बार फिर रिश्वत मांगने की शिकायत आई, जिस पर अपराध दर्ज कर लोकायुक्त रीवा की टीम रंगे हाथ पकडऩे मैहर पहुंची। लेकिन इस बार रिश्वत की रकम लेने के बाद आरोपी रीडर भागने में सफल हो गया। लोकायुक्त रीवा की टीम नारायण सोनी निवासी सोनवारी तहसील मैहर जिला सतना की शिकायत पर मैहर तहसीलदार के रीडर आरोपी विनोद कुमार गुप्ता के खिलाफ अपराध दर्ज कर उसे रंगे हाथ पकडऩे गई थी। तहसील कार्यालय में आरोपी ने शिकायकर्ता सेे डेढ़ हजार रुपये लिए और उसे कुछ शंका हुई। वह तहसील कार्यालय के अंदर से दीवार फांद कर फरार हो गया।
१२ सदस्यीय टीम गई थी पकडऩे
आरोपी विनोद कुमार गुप्ता सहायक ग्रेड 2, रीडर तहसीलदार मैहर जिला सतना की शिकायत आने पर तस्दीक कर लोकायुक्त कार्यालय में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम १९८८ एवं संशोधित अधिनियम १९१८ की धारा ७ के तहत अपराध दर्ज कर निरीक्षक प्रमेन्द्र कुमार के नेतृत्व में १२ सदस्यीय दल दोपहर लगभग २ बजे ट्रेप कार्रवाई के लिए गई थी।
स्थानीय पुलिस की मदद से पकडऩे का प्रयास
दीवार फांद कर भागे आरोपी को पकडऩे के लिए लोकायुक्त टीम के सदस्यों ने दौड़ लगाई। लेकिन वह भौगोलिक ज्ञान होने की वजह से आसानी से भागने में सफल हो गया। फरार आरोपी को पकडऩे के लिए मैहर पुलिस की मदद भी ली जा रही है।
मझगवां में हुआ था पहली बार ट्रेप
आरोपी विनोद कुमार गुप्ता को पहली बार वर्ष २०१९ में लोकायुक्त रीवा की टीम ने उस समय पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा था, जब वह मझगवां तहसील में पदस्थ था। जिसका अपराध क्रमांक १३४/१९ रहा।
व्यवस्था पर सवाल
बुधवार को हुई इस कार्रवाई के बाद राजस्व विभाग की व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं। जिस व्यक्ति को तीन साल पहले रिश्वत लेते पकड़ा गया, वह आज भी मलाईदार कुर्सी पर जमा है। जानकारी के अनुसार पूर्व के प्रकरण में लोकायुक्त पुलिस जल्द ही चालान पेश करने वाली है।