रेलवे व राजस्व विभाग के अधिकारियों को जनाक्रोश देख लौटना पड़ा

चंद्रपुर रेलवे व राजस्व विभाग के अधिकारियों को जनाक्रोश देख लौटना पड़ा

Bhaskar Hindi
Update: 2022-05-13 08:50 GMT
रेलवे व राजस्व विभाग के अधिकारियों को जनाक्रोश देख लौटना पड़ा

डिजिटल डेस्क,  माजरी(चंद्रपुर)। माजरी में रेलवे की जमीन का अतिक्रमण हटाने को लेकर लोगों को रेलवे प्रशासन द्वारा नोटिस देने का मामला गरमाते जा रहा है।  जगह देखने के लिए आए रेलवे के अधिकारी व राजस्व विभाग के अधिकारियों को नागरिकों के रोष के चलते उलटे पाव लौटना पड़ा। दरम्यान गुरुवार को भाजपा के पदाधिकारियों ने परिसर का जायजा लिया। बता दें कि, मध्य रेलवे द्वारा माजरी के 17 लोगों को घर, दुकान खाली करने का नोटिस दिया है। अन्यथा 14 मई को राज्य सरकार की मदद से अतिक्रमण हटाने की चेतावनी दी गई है। बुधवार को ही जिलाधिकारी कार्यालय में पूर्व वित्तमंत्री विधायक मुनगंटीवार ने अधिकारियों की बैठक ली थी।

केंद्रीय मंत्री से बैठक होने तक कार्रवाई को स्थगित करने की  सूचना दी थी। ऐसे में गुरुवार की सुबह भाजपा जिलाध्यक्ष देवराव भोंगले ने रेल परिसर का जायजा लिया। अतिक्रमण न हटाते हुए कोयला साइडिंग को पीछे लेने की सलाह जिलाधिकारी और भद्रावती तहसीलदार को दी। इस समय विविध राजनीतिक दलों के नेता, ग्रामपंचायत सदस्य , पूर्व जिप सदस्य प्रवीण सुर, व्यापारी संगठ़न अध्यक्ष उल्लास रत्नपारखी, अतुल वर्मा, संघर्ष समिति सचिव, रमेश कातकर, ग्राम पंचायत सदस्य रवि भोगे एवं पीड़ित नागरिकों की मौजूदगी थी।  नागरिकों का आरोप था कि, 11 मई की बैठक में तय होने के बावजूद रेलवे प्रशासन मनमानी पर उतर आया है।  गुरुवार को फिर से रेलवे आरपीएफ और इंजीनियरिंग अन्य कर्मचारियों और राजस्व विभाग के अधिकारी को लेकर अतिक्रमण स्थल पहुंचे परंतु इस हरकत से माजरी मंे रेलवे के प्रति आक्रोश है। इसी आक्रोश के कारण गांव के लोग और व्यापारी को आक्रामक हो गए। लोगों का आक्रोश देख रेलवे अधिकारी और राजस्व अधिकारी को वापस लौटना पड़ा। 


 

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