त्रिपुरा पुलिस मुख्यालय से 165 फाइलों की चोरी के मामले में पुलिस अब भी अनजान
त्रिपुरा त्रिपुरा पुलिस मुख्यालय से 165 फाइलों की चोरी के मामले में पुलिस अब भी अनजान
डिजिटल डेस्क, अगरतला। यहां उच्च सुरक्षा वाले त्रिपुरा पुलिस मुख्यालय से 165 फाइलों की चोरी से त्रिपुरा का राजनीतिक गलियारा हिल गया है, लेकिन पुलिस को अभी तक इस घटना के पीछे के मकसद के बारे में कोई सुराग नहीं मिल पाया है।पुलिस ने घटना के सिलसिले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। चोरी की गई फाइलें ज्यादातर पुलिस की क्राइम ब्रांच की हैं। त्रिपुरा पुलिस मुख्यालय की सुरक्षा त्रिपुरा स्टेट राइफल्स द्वारा की जाती है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि निराई, विभिन्न अवैध खेती और प्रतिष्ठानों को नष्ट करने के लिए बनाई गई फाइलें और पुलिस मुख्यालय के एक अलग केबिन में रखी गई कुछ निष्क्रिय फाइलें भी सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात को बदमाशों द्वारा चुरा ली गईं और क्षतिग्रस्त कर दी गईं।
अगरतला थाने के प्रभारी अधिकारी सुब्रत चक्रवर्ती ने आईएएनएस को बताया, मंगलवार को पश्चिम अगरतला थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की और चोरी की लगभग सभी फाइलें बरामद कर ली गईं। इस अपराध में शामिल पांच लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है।हालांकि, मुख्यालय के एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्हें अभी तक रहस्यमय अपराध के पीछे के सही कारणों का पता नहीं चल पाया है।
अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, हालांकि, चोरी का कारण और मंशा जानने के लिए हमारी जांच जारी है। भविष्य में किसी भी तरह की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए पीएचक्यू की सुरक्षा की समीक्षा की जा रही है और सुरक्षा चूक के लिए आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
इस बीच, विपक्षी कांग्रेस नेता सुदीप रॉय बर्मन ने अभूतपूर्व चोरी की उच्च न्यायालय के एक मौजूदा न्यायाधीश द्वारा न्यायिक जांच की मांग की है।साथ ही विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने मुख्यमंत्री माणिक साहा को लिखे पत्र में मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
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