वर्षो से काबिज लोगों का फूटा गुस्सा, सडक़ में लेटकर किया उग्र प्रदर्शन
पन्ना वर्षो से काबिज लोगों का फूटा गुस्सा, सडक़ में लेटकर किया उग्र प्रदर्शन
डिजिटल डेस्क,पन्ना। जिला मुख्यालय पन्ना स्थित कलेक्ट्रेट और न्यायालय के बगल में स्थित बेशकीमती सरकारी जमीन को अतिक्रमण से मुक्त करने के लिए जिला प्रशासन के निर्देश पर राजस्व विभाग पुलिस एवं नगर पालिका द्वारा आज सोमवार से कार्यवाही शुरू कर दी गई है। भारी पुलिस बल के साथ अतिक्रमण हटाने के लिए पहँुची पुलिस एवं राजस्व विभाग की टीम द्वारा जेसीबी मशीन ले जाकर जैसे ही अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही शुरू की गई वर्षो से उस क्षेत्र में झुग्गियां कच्चे पक्के मकान बनाकर रह रहे लोगों में हडक़ंप मच गया और कार्यवाही के विरोध में स्थानीय लोगों द्वारा अपनी नाराजगी जताते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। गरीबों की एकाएक झुग्गियां झोपडिय़ा अतिक्रमण हटाने के नाम पर गिराए जाने की कार्यवाही किए जाने की जानकारी मिलने पर बडी संख्या में कांग्रेस के नेताओं एवं कार्यकर्ता पहँुचकर कार्यवाही को अनुचित बताते हुए विरोध प्रदर्शन करने के लिए पहँुच गए। न्यायालय एवं कलेक्ट्रेट के सामने स्थानीय कांग्रेस नेताओं के साथ मिलकर चक्काजाम करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया गया। इस दौरान राजस्व एवं नगर पालिका की टीम द्वारा करीब एक दर्जन मकान एवं झोपडिय़ोंं को जेसीबी से गिरवाया जा चुका था साथ ही साथ लोगों द्वारा पत्थर गड्डी अथवा खखरी बनाकर किए गए कब्जे को हटाने की कार्यवाही भी शुरू कर दी गई। कांग्रेस नेताओं तथा स्थानीय लोगों के उग्र विरोध के बाद आज प्रशासन को अतिक्रमण हटाने को लेकर जो कार्यवाही शुरू की गई थी उसे रोकना पड़ा।
जिला पंचायत एवं अन्य भवनों के निर्माण के लिए हटाया जाना है अतिक्रमण
इन्द्रपुरी कालोनी स्थित न्यायालय भवन एवं कलेक्ट्रेट परिसर के बगल में स्थित नाले के दोनों ओर स्थित जो सरकारी जमीन है उसमें विगत कई वर्षो से अतिक्रमण करते हुए स्थानीय लोगों अथवा बाहर से आकर पन्ना में रहने वाले लोगों द्वारा कब्जा करके अपने रहने के लिए झुग्गियों का निर्माण कार्य किया गया है। इनमें ज्यादतर गरीब मजदूर और छोटा मोटा काम धंधा कर रोजी रोटी चलाने वाले लोग है। वर्षो से काबिज लोग इस बात की उम्मीद लगाए बैठे है कि सरकार उन्हें यहां पर वह काबिज है मालिकाना पट्टा देगी परंतु उन्हें पट्टे मिलते इसके पूर्व कलेक्ट्रेट एवं न्यायालय भवन से लगी भूमि के क्षेत्र में जिला पंचायत का कार्यालय एवं अन्य शासकीय भवनों के निर्माण कार्य किया जाना प्रस्तावित कर दिया गया है इसके चलते अतिक्रमण को अवैध घोषित करते हुए अतिक्रमणकारियों को बेदखल किए जाने की कार्यवाही शुरू की गई है जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार न्यायालय एवं कलेक्ट्रेट के बगल में करीब १०० झुग्गी झोपडिय़ां और ५० से ज्यादा मकान बन गए है इसके साथ ही काफी क्षेत्र में स्थाई रूप से पत्थर गड्डी अथव खखरी अथवा बॉउड्री बनाकर अतिक्रमण किया गया है जिसे हटाने को लेकर जिला प्रशासन के निर्देश पर आज अधिकारियों द्वारा कार्यवाही प्रारंभ की गई जिसको लेकर भारी विरोध सामने आया है।
कांग्रेसियों ने कार्यवाही को बताया हिटलरशाही, गरीबों के आशियाना उजाडने का आरोप
प्रशासन के द्वारा यहां पर रह रहे लोगों के मकानों को खाली कराने की कार्यवाही आज सुबह लगभग 11 बजे शुरू की गई। प्रदर्शनकारी कार्यवाही को तत्काल रोके जाने की मांग कर रहे थे कलेक्ट्रेट में जैसे ही कांग्रेस पार्टी के नेताओं व प्रभावित लोगों ने धरना देना शुरू किया तो सडक़ के दोनों ओर वाहनों की कतार लगना शुरू हो गई और पुलिस हरकत में आ गई। इसके बाद कोतवाली पन्ना टीआई अरुण सोनी के नेतृत्व में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। प्रदर्शन में पहुंचे जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष स्वतंत्र प्रभाकर अवस्थी ने गरीबों के ऊपर इस तरीके की कार्यवाही को हिटलरशाही बतलाते हुए कहा कि प्रशासन जो गरीबों के साथ कर रही है वह कतई न्यायोचित नहीं है। श्री अवस्थी ने कहा कि एक तरफ भाजपा की सरकार गरीबों को मकान बनाकर देने की बात करती है वहीं दूसरी ओर उनके बने बनाए मकान गिराने का काम कर रही है जो कि इनकी कथनी और करनी में अंतर दर्शाता है। प्रदर्शन में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अक्षय तिवारी, मनोज सेन, पार्षदद्वय रेहान मोहम्मद, वैभव थापक, सौरभ पटेरिया, सौरभ गौतम, मृगेन्द्र सिंह, भूपेंद्र सिंह आदि नेताओं ने भी प्रशासन की इस कार्यवाही को गलत बताया है और कहा कि यहां पर रह रहे गरीब कई वर्षों से निवासरत हैं। वह बिजली का बिल और टैक्स शासन को दे रहे हैं ऐसे में उनको वहां से बेदखल करना बिल्कुल गलत है। वहीं इस बात की जानकारी लगने पर जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष श्रीमती शारदा पाठक भी मौका स्थल पर पहुंची और की जा रही कार्यवाही का विरोध करते हुए झुग्गी झोपडीवासियों से बातचीत की।
एसडीएम ने पहुंचकर प्रदर्शनकारियों से की बात
प्रदर्शन कर रहे झुग्गीवासियों व कांग्रेस पार्टी के नेताओं से पन्ना एसडीएम सत्यनारायण दर्रो ने पहुंचकर बातचीत की और प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हम यहां से तब तक नहीं हटेंगे जब तक जेसीबी से मकान गिराने की कार्यवाही को नहीं रोका जाता। आक्रोशित जनता को देखते हुए एसडीएम सत्यनारायण दर्रो ने तत्काल कार्यवाही को रोकने के निर्देश दिए साथ ही प्रदर्शनकारियों को स्पष्ट किया कि वह इसकी जांच करवायेंगे। इस दौरान तहसीलदार पन्ना अखिलेश प्रजापति भी उपस्थित रहे।
बच्चों की तोतली आवाज सुनकर दुखी हुए लोग
झुग्गी झोपड़ी वासियों के छोटे-छोटे बच्चे जब अपनी तोतली भाषा में प्रशासन की इस कार्यवाही को लेकर नारेबाजी करने लगे तो वहां पर मौजूद लोग दुखी हो गए क्योंकि वह बच्चे यह तो नहीं जानते थे कि क्या हो रहा है लेकिन उनको इतना जरूर पता था कि वह जिस घर में रह रहे हैं उसको गिराया जा रहा है। जब उनसे पूछा गया तो वह बोले कि हम लोगों का घर क्यों गिराया जा रहा यह हमें नहीं पता अब हम कहां रहेंगे यह भी हमें नहीं पता।