पेंचक्षेत्र का कोयला उत्पादन और सप्लाई बढ़ी, पेंचक्षेत्र बनेगा वेकोलि में अग्रणी एरिया : जीएम
जेसीसी बैठक पेंचक्षेत्र का कोयला उत्पादन और सप्लाई बढ़ी, पेंचक्षेत्र बनेगा वेकोलि में अग्रणी एरिया : जीएम
छिंदवाड़ा/परासिया. पेंचक्षेत्र की चार भूमिगत कोयला खदान- यूजीएम और एक खुली कोयला खदान- ओसीएम के सहारे रिकार्ड कोयला उत्पादन और परिवहन हुआ है। हालांकि इसमें पिछले वर्ष बंद हो चुकी न्यू सेठिया ओसीएम का 14 हजार टन कोयला भी सप्लाई हुआ है। जिससे आने वाले समय में उत्पादन में वृद्धि होने और कल्याणकारी कार्य होने की संभावनाएं बढ़ी हंै। मंगलवार को जेसीसी की आयोजित बैठक में प्रबंधन ने उक्त जानकारी दी।
महाप्रबंधक निर्मल कुमार ने बताया कि वेकोलि के सभी 10 क्षेत्रों में पेंचक्षेत्र को छोडक़र अन्य क्षेत्रों में उत्पादन वृद्धि होगी, अन्य क्षेत्रों में कोयला प्रापर्टी कम होने से उत्पादन प्रभावित होगा। विगत दो दशक बाद ऐसी स्थिति बनेगी कि पेंच क्षेत्र घाटे वाले क्षेत्र से पूरी तरह मुक्त होकर लाभ वाले क्षेत्र की ओर अग्रसर होगा।
बिजली व्यय कम, सुविधा- व्यवस्था बढ़ाई:
महाप्रबंधक ने बताया कि वर्ष 2022-23 में लगभग ढाई करोड़ रुपए बिजली की फिजूल खर्ची को नियंत्रित किया है। पेंच स्टाफ क्लब परासिया, वक्र्स क्लब चांदामेटा और ऑफिसर्स क्लब बडक़ुही का कायाकल्प किया। क्रिकेट ग्राउंड बडक़ुही और पंकज स्टेडियम चांदामेटा में सुविधा व्यवस्था बढ़ाई जाएगी।
प्रतिनिधियों ने उठाई मांग:
जेसीसी में शामिल श्रम संगठनों के प्रतिनिधियों ने पेंच स्टाफ क्लब और बडक़ुही क्रिकेट ग्राउंड की संचालन समिति में श्रम संगठनों के एक- एक प्रतिनिधि को शामिल किए जाने की मांग रखी। एरिया और ब्रांच शाखा के अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष को प्रोटेक्टेट मानकर उनका स्थानांतरण न किया जाए। वर्ष 1999 से जेसीसी की बैठक के इस निर्णय पर गत एक साल से पालन नहीं हो रहा है।
ये रहे उपस्थित :
बैठक में महाप्रबंधक निर्मल कुमार, एपीएम पी सुब्रमणी, सीएमओ डॉ चंद्रा, जीएम- फायनेंस केएस शंकर नारायणन, बीएमएस से हीरालाल त्रिपाठी, संजय बावरिया, रोहिताष वर्मा, अच्छेलाल गुप्ता, एटक से रामकेरा यादव, एचएमएस से राजेश सूर्यवंशी और सीटू से मीर हसन उपस्थित रहे।
इन खदानों में हुआ, इतना उत्पादन :
पेंचक्षेत्र ने लगातार कई वर्षों बाद कोयला उत्पादन और सप्लाई में नया रिकार्ड बनाया है। वर्ष 2022-23 में 13 लाख टन कोयला उत्पादन के लक्ष्य में क्षेत्र ने रिकार्ड 12 लाख, 58 हजार, 632 टन कोयला उत्पादन किया। महादेवपुरी मेंं 73 हजार, 93 टन, विष्णुपुरी में 95 हजार, 165 टन, माथनी में 92 हजार, 390 टन, नेहरिया में 2 लाख, 83 हजार, 352 टन, सेठिया ओसीएम में 14 हजार, 682 टन, उड़धन में 6 लाख, 99 हजार, 950 टन कोयला उत्पादन हुआ है। माथनी खदान में जहरीली गैस रिसाव और आग की घटना से इसका लगभग आधा भाग बंद कर दिया गया, इसके बावजूद खदान से 92 हजार, 390 टन कोयला उत्पादन हुआ है।