टेली-मेडिसिन के जरिए ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों का होगा उपचार

अब मिलेगी सुविधा टेली-मेडिसिन के जरिए ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों का होगा उपचार

Bhaskar Hindi
Update: 2021-10-04 06:50 GMT
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डिजिटल डेस्क, नागपुर। ग्रामीण क्षेत्रों में मरीजों की सुविधा के लिए टेली-मेडिसिन शुरू करने की योजना बनाई गई है। इसके लिए जिला स्वास्थ्य अधिकारी के प्रस्ताव को प्रशासन ने मंजूर कर लिया है। अब इसमें विशेषज्ञों को नियुक्त करने के लिए एक अनुमति शेष रह गई है। यह अनुमति इस हफ्ते मिलने की उम्मीद है, जिसके बाद इसे जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग में पूर्ण रूप से शुरू कर दिया जाएगा।

चिकित्सकों की बनाई जाएगी आईडी
मरीजों की सुविधाओं के लिए प्राथमिक उपचार केंद्र, ग्रामीण अस्पताल, डीएचसी और एसडीएचसी की सुविधाएं दी गई हैं। इसके बावजूद मरीजों को बड़ी बीमारियों के इलाज और परामर्श के लिए घंटों यात्रा कर शहर की ओर रुख करना पड़ता है। इससे शहर के मेडिकल, मेयो, एम्स और राष्ट्रसंत तुकड़ोजी कैंसर अस्पताल जैसे शासकीय अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ती है। मरीजों के इस जद्दोजहद को कम करने के लिए टेली-मेडिसिन की योजना लाई गई है। इससे मरीजों की गंभीर बीमारियों के लिए केंद्र पर ही मौजूदा विशेषज्ञ डॉक्टर से वीडियो के जरिए सलाह, परामर्श कर मरीज का इलाज किया जा सकता है। इसमें सभी तरह की रिपोर्ट भी आसानी से भेजी जा सकती है। इससे मरीजों को अपने ही क्षेत्र में विशेषज्ञों की सुविधा मिलेगी। इसके लिए अलग सॉफ्टवेयर बनाया गया है, साथ ही चिकित्सकों की आईडी भी बनाई जाएगी।

अस्पताल के विशेषज्ञ तैयार
योजना के लिए ग्रामीण स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रशासन से संपर्क कर रहा है। इसके लिए उपयोग में आने वाले कंप्यूटर, यूपीएस, कैमरा, माइक, स्पीकर जैसे अन्य उपकरणों की खरीदी के लिए टेंडर प्रक्रिया लगभग पूरी होने वाली है। विशेषज्ञों के लिए स्वास्थ्य विभाग ने आईएमए से संपर्क किया था, जिसमें कुछ लोग तैयार हुए थे। साथ ही अब अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान केंद्र (एम्स) और राष्ट्रसंत तुकड़ोजी कैंसर अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सकों से भी संपर्क किया गया, जिसमें वह तैयार हो गए। इन्हें अपॉइंट करने के लिए राज्य सरकार की ओर से अनुमति लेना शेष है, जो कि 10 अक्टूबर तक मिलने की उम्मीद है।

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