खरीदी केंद्र से 8 लाख की धान गायब! मिलर ने शिकायत में कहा बिना धान उठाव के खरीदी केन्द्र प्रभारी ने काटी परिवहन पर्ची, जवाब में समिति प्रबंधक बोले-ऑपरेटर की गलती से कटी पर्ची

मध्य प्रदेश खरीदी केंद्र से 8 लाख की धान गायब! मिलर ने शिकायत में कहा बिना धान उठाव के खरीदी केन्द्र प्रभारी ने काटी परिवहन पर्ची, जवाब में समिति प्रबंधक बोले-ऑपरेटर की गलती से कटी पर्ची

Bhaskar Hindi
Update: 2023-01-23 13:03 GMT
खरीदी केंद्र से 8 लाख की धान गायब! मिलर ने शिकायत में कहा बिना धान उठाव के खरीदी केन्द्र प्रभारी ने काटी परिवहन पर्ची, जवाब में समिति प्रबंधक बोले-ऑपरेटर की गलती से कटी पर्ची

डिजिटल डेस्क, शहडोल। उपार्जन कार्य में अनियमितता और गड़बडिय़ां थमने का नाम नहीं ले रही हैं। अब खरीदी केंद्र झींकबिजुरी में आठ लाख रुपए से अधिक की धान गायब हो जाने का मामला सामने आ रहा है। केंद्र में सैकड़ों क्विंटल धान के शॉर्टेज आने के बाद कहा गया कि उक्त धान मिलिंग के लिए मिलर को दी गई है, लेकिन मिलर ने साफ तौर पर कहा कि उसने धान का उठाव ही नहीं किया, गलत तरीके से ट्रक चालान बना दिया गया। दूसरी ओर समिति प्रबंधक कह रहे हैं कि ऑपरेटर की गलती से ट्रक ट्रांसपोर्ट चालान (टीसी) परिवहन पर्ची बन गई। वहीं अब इस मामले को नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा लीपापोती करने का प्रयास किया जा रहा है।

आरओ 8 लॉट की, उठाव 7 की ही

झींक बिजुरी समिति में मौजूद धान की मिलिंग के लिए नागरिक आपूर्ति निगम (नान) द्वारा फर्म प्रयागराज राइस मिल को आठ लॉट के उठाव का आरओ (रिजीलिंग ऑर्डर) बनाया गया था। प्रत्येक लॉट में 433 क्विंटल धान होती है। मिलर द्वारा सात लॉट का उठाव किया गया, लेकिन आठवें लॉट की धान उठाव किए बिना ही ट्रक चालान समिति प्रबंधक द्वारा जारी कर दिया गया। सवाल उठाए जा रहे हैं कि जो धान मिलर ने उठाया ही नहीं उसकी टीसी कैसे जारी कर दी गई और 433 क्विंटल धान कहां गई, जिसकी कीमत करीब 8.83 लाख रुपए है।

मिलर ने लगाए फर्जी टीसी के आरोप

मिलर की ओर से 19 जनवरी को लिखित शिकायत की गई है। नान प्रबंधक सहित कलेक्टर व अन्य अधिकारियों को भेजी शिकायत में कहा गया है कि समिति प्रबंधक द्वारा जारी डिलीवरी आर्डर के विरुद्ध फर्जी तौर पर ट्रक चालान जारी किया गया है। जो लॉट का उठाव उन्होंने किया ही नहीं उसका भी ट्रक चालान जारी कर बुढ़ार प्रदाय केंद्र में ऑपरेटर को ट्रक चालान ऑन लाइन करने को कहा गया गया। धान के गायब होने के इस मामले में नान द्वारा अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। वहीं समिति प्रबंधक मुनिदास महरा का कहना है कि ऑपरेटर की गलती से आठवें लॉट का ट्रक चालान बन गया था। आठवें लॉट की धान समिति में ही रखी है।

शार्टेज को मैनेज करने का प्रयास तो नहीं

माना जा रहा है कि उपार्जन केंद्र झींकबिजुरी में स्टॉक में कम मिले 263 क्विंटल धान मामले को मैनेज करने का प्रयास किया जा रहा है। तभी तो बिना उठाव के ही मिलर के नाम टीसी काट दी गई। जांच के बाद पाया गया था कि केंद्र में 35659 कंविंटल धान की खरीदी हुई थी, लेकिन 35396 क्विंटल धान ही पाई गई। मामला सामने आने के बाद गत दिवस आयोजित बैठक में कलेक्टर द्वारा नाराजगी भी जताई गई थी।
इनका कहना है मिलर द्वारा शिकायत की गई है। अभी भोपाल में हूं, लौटकर दिखवाता हूं कि मामला क्या है।
 

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