आठ दिन और बढ़ी धान खरीदी की अवधि
किसानों में हर्ष आठ दिन और बढ़ी धान खरीदी की अवधि
डिजिटल डेस्क, देसाईगंज (गड़चिरोली)। राज्य सरकार द्वारा आदिवासी विकास महामंडल के माध्यम से खरीफ सत्र के लिए एकाधिकार धान खरीदी योजना के तहत किसानों से धान की खरीदी की जाती है। सरकार द्वारा 28 फरवरी तक धान खरीदी करने की अवधि दी गयी थी। मात्र अब तक अधिकांश किसानों द्वारा अपने धान की बिक्री नहीं करने और खरीदी का निर्धारित लक्ष्य पूर्ण नहीं होने के कारण सरकार ने धान खरीदी की अवधि को आगामी 8 दिनों के लिए बढ़ा दिया है। सरकारी निर्णय के तहत अब आगामी 8 मार्च तक किसान संबंधित केंद्रों में धान की बिक्री कर पाएंगे। बता दें कि, धान खरीदी की अवधि बढ़ाने के लिए विधायक कृष्णा गजबे ने राज्य के खाद्य एवं नागरी आपूर्ति मंत्री रवींद्र चव्हाण को ज्ञापन सौंपा था। इस ज्ञापन पर मंत्री चव्हाण ने गंभीरता से ध्यान देते हुए किसानों को दिलासा देने का निर्णय लिया है।
अपने ज्ञापन में विधायक गजबे ने बताया कि, गड़चिरोली जिला धान उत्पादक के रूप में परिचित है। किसानों को समर्थन मूल्य का लाभ प्रदान करने सरकार द्वारा सरकारी धान खरीदी केंद्र आरंभ किए जाते हैं। इस वर्ष आदिवासी विकास महामंडल की ओर से जिलेभर में 57 धान खरीदी केंद्र आरंभ किए गए। लेकिन 28 फरवरी तक जिले के पंजीकृत 38 हजार 594 किसानों की धान बिक्री नहीं हो पायी है। इन किसानों से धान की खरीदी करने के लिए 5 लाख 42 हजार 500 क्विंटल का लक्ष्य बढ़ाने की मांग भी विधायक गजबे ने की थी। इस मांग पर मंत्री ने गंभीरता से ध्यान देते हुए खरीदी केंद्रों की अवधि आगामी 8 मार्च तक बढ़ाने का निर्णय लिया है। इस आशय का पत्र महाराष्ट्र सरकार के कक्ष अधिकारी विजय मोरे ने आदिवासी विकास महामंडल को सौंपने की जानकारी विधायक गजबे ने दी है। आने वाले 8 दिन तक सरकारी धान खरीदी केंद्रों में खरीदी प्रक्रिया शुरू रहने से जिले के धान उत्पादक किसानों में हर्ष व्यक्त किया जा रहा है।
तो उनसे मुलाकात नहीं करता : अहिर
खैरे के आरोप के बाद बुधवार रात को जारी विज्ञप्ति में राष्ट्रीय पिछड़ावर्गीय आयोग के अध्यक्ष तथा पूर्व केंद्रीय गृहराज्यमंत्री हंसराज अहिर ने कहा कि, चंद्रकांत खैरे के बयान से मैं सहमत हो नहीं सकता। हमारी पार्टी में झगड़ा लगाने का उनका मानस है। जो अपनी पार्टी संभाल नहीं सके, उनके बयान को मैं महत्व नहीं दूंगा। उनका बयान मेरे मुलाकात के एक दिन पूर्व का है। इसकी जानकारी मुझे होती तो मैं भेंट टाल देता।