अब बाघ व तेंदुए की खाल की देखरेख करेगा वन विभाग
लैब में किया जा रहा ट्रीटमेंट अब बाघ व तेंदुए की खाल की देखरेख करेगा वन विभाग
डिजिटल डेस्क, नागपुर। सेमिनरी हिल्स के वन विभाग की लैब में अब वन्य जीवों की खाल को संभाल कर रखा जाएगा। कार्रवाई के दौरान पकड़ी गई तेंदुए व हिरण की खाल यहां लाई गई है, जिसे वर्षों से तक संजोकर रखने के लिए विशेषज्ञों द्वारा ट्रीटमेंट किया जा रहा है। इसके अलावा 3 ट्रॉफीज को भी यहां संजोकर रखा गया है। इसमें बायसन व दो बाघ की ट्रॉफीज हैं।
बढ़ जाएगी लाइफ
राजा-महाराजाओं के जमाने में बाघ व तेंदुओं का शिकार कर उनका घर में ट्रॉफीज बना कर रखा जाता था। इसमें वन्य जीव की खाल में भूसा आदि भरकर रखा जाता थ। बाद में सरकार ने इन वन्यजीवों के शिकार पर प्रतिबंध लगा दिया। वर्षों पहले शिकारियों के हाथों मारे गये वन्यजीवों की बनाई ट्रॉफीज नष्ट होने की कगार पर पहुंच चुके थे, इसलिए वन विभाग ने 2 साल पहले नागपुर के सेमिनरी हिल्स में एक प्रयोगशाला शुरू की, जिसमें इन ट्रॉफीज पर ट्रीटमेंट कर उनकी लाइफ बढ़ाई जा रही है। वर्तमान में यहां दो बाघों की व बायसन की ट्रॉफीज हैं। अब यहां तस्करों से जब्त की गई खाल पर भी ट्रीटमेंट किया जा रहा है। अभी दो तेंदुए का व एक हिरण की खाल है। आनेवाले समय में आरोपियों से जब्त वन्यजीवों की खाल पर भी ट्रीटमेंट किया जाएगा।
तस्करी में पकड़ी गई खाल को रखा जाएगा
हाल ही में आरोपियों के पास से पकड़ी गई तेंदुए की खाल का यहां ट्रीटमेंट किया जा रहा है। आने वाले समय में इसी तरह तस्करों के पास से जब्त खाल की ट्रीटमेंट लैब में किया जाएगा। -एस. काले, एसीएफ (प्रादेशिक) वन विभाग नागपुर