डीएमएफ के निर्माण पर गुणवत्ता मानकों का पालन करवाने में सामने आई लापरवाही पौनांग तालाब में बिना लोहे की राड लगाए हो रही प्रीकास्ट स्लैब की ढलाई
मध्य प्रदेश डीएमएफ के निर्माण पर गुणवत्ता मानकों का पालन करवाने में सामने आई लापरवाही पौनांग तालाब में बिना लोहे की राड लगाए हो रही प्रीकास्ट स्लैब की ढलाई
डिजिटल डेस्क, शहडोल। शहर की ऐतिहासिक पोनांग तालाब में डिस्ट्रिक मिनरल फंड (डीएमएफ) योजना से 28 लाख रुपए की लागत से हो रहे प्रीकास्ट ढलाई निर्माण में बड़ी लापरवाही सामने आई है। एक स्लैब पर कुदारी चलाकर जांच की गई तो पता चला कि इसमें लोहे का राड नहीं लगाया जा रहा है। लापरवाही पर इंजीनियर ने फौरन ठेकेदार बसंत सिंह को बुलाया और काम रोकने के निर्देश दिए। निर्माण के दौरान यह भी पता चला कि प्रीकास्ट स्लैब यानी समतल स्थान पर ढलाई कर बाद में चिन्हित रखने के नियम का भी पालन नहीं हो रहा है।
यहां चिन्हित स्थान पर ही स्लैब ढलाई किया जा रहा था। गुरुवार को पौनांग तालाब का जायजा लेने पहुंचे नगर पालिका अध्यक्ष घनश्याम जायसवाल और उपाध्यक्ष प्रवीण शर्मा डोली ने घटिया निर्माण पर इंजीनियर को फटकार लगाई। कहा कि आम जनता के पैसे से होने वाले निर्माण पर गुणवत्ता मानको की अनदेखी बर्दास्त नहीं की जाएगी। बताया कि स्लैब ढलाई एम-20 में होना चाहिए, लेकिन इस मानक का भी पालन नहीं किया जा रहा था।
चार तालाबों का समूह, बीच में बाउंड्री से धरोहर को नुकसान
पौनांग तालाब 4 तालाबों का समूह है। इस बीच यहां पर नगर पालिका द्वारा सुरक्षा के नाम पर 27 लाख रुपए की लागत से बाउंड्रीवाल का निर्माण किया जा रहा है। खासबात यह है कि यह निर्माण एक तालाब के मेढ़ पर चल रहा है। ऐसे में चार तालाबों के समूह का पुरातन स्वरुप प्रभावित होगा। नागरिकों ने कहा ऐसे निर्माण से धरोहर को नुकसान होगा।
व्यवस्था सुधारने कहा है
नगर पालिका अध्यक्ष घनश्याम जायसवाल व उपाध्यक्ष प्रवीण शर्मा डोली ने बताया कि पौनांग तालाब में निर्माण के दौरान शहर की ऐतिहासिक धरोहर का ख्याल नहीं रखा जा रहा है। निर्माण के दौरान गुणवत्ता मानकों का पालन नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि निर्माण के दौरान गुणवत्ता का ध्यान रखने नगरपालिका के तकनीकी अमले को कहा गया है।