Lockdown: कृषि मंत्री तोमर ने कहा- लॉकडाउन में किसानों को नहीं होगी कोई दिक्कत, हर तरह से रखा जा रहा ख्याल
Lockdown: कृषि मंत्री तोमर ने कहा- लॉकडाउन में किसानों को नहीं होगी कोई दिक्कत, हर तरह से रखा जा रहा ख्याल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ने के साथ ही सरकार इसको रोकने को लेकर हर जरूरी कदम उठा रही है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि केंद्र सरकार ने लॉकडाउन के दौरान किसानों को मंडी जाकर अपनी फसल उत्पाद बेचने की मौजूदा व्यवस्था में राहत देगी। उन्होंने फेसबुक पर जारी एक वीडियो स्टेटमेंट में कहा, "केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों से आग्रह किया है कि अगले तीन महीने किसान अपनी फसल उत्पाद बेचने के लिए मंडियों तक लाने की जगह अपने-अपने गोदामों से सीधे बेच सकें, इसके लिए जरूरी पहल की जाए। किसान इसके लिए इनाम प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए।" उन्होंने यह भी कहा कि किसानों को कोई दिक्कत नहीं होने दी जाएगी।
कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि मंडियों तक जाने की अनिवार्यता इस दौरान नहीं होनी चाहिए। इस पहल से किसानों को अपनी फसल बेचने में कोई परेशानी नहीं होगी। तोमर ने कहा कि अभी फसल कटाई का समय है। आगे फसलों की बुआई का समय भी आने वाला है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने फसलों की कटाई के लिए जरूरी उपकरणों की आवाजाही को लॉकडाउन के दौरान छूट दी है। इसके अलावा बाजार में खाद-बीज की बिक्री भी सुनिश्चित की जा रही है।
तोमर ने कहा कि पिछले एक हफ्ते में पीएम किसान योजना के तहत 9826 करोड़ रुपए किसानों को 2020-2021 की पहली किश्त के तौर पर दी जा चुकी है।" मालूम हो कि "पीएम गरीब कल्याण योजना" के तहत कई राज्यों को केंद्र की ओर से अतिरिक्त अनाज भेजा गया है।
केंद्र की ओर से मध्य प्रदेश को 41 लाख मीट्रिक टन गेहूं, उत्तराखंड को 8 लाख मीट्रिक टन चावल, आंध्र प्रदेश को 19 लाख मीट्रिक टन चावल, हरियाणा को 101 लाख मीट्रिक टन गेहूं और चावल, तेलंगाना को 65 लाख मीट्रिक टन चावल, छत्तीसगढ़ को 36 लाख मीट्रिक टन चावल और ओडिशा को 30 लाख मीट्रिक टन चावल भेजा जा चुका है। आगे भी राज्यों को अनाज भेजे जाएंगे।