युवा पुलिस की आंख बने तो अपराध मुक्त होगा नागपुर
सीपी ने कहा युवा पुलिस की आंख बने तो अपराध मुक्त होगा नागपुर
डिजिटल डेस्क, नागपुर। युवा देश का भविष्य हैं। मानव तस्करी, महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा तथा सभी सामाजिक समस्याओं के निवारण में युवाओं की सहभागिता से पुलिस और प्रशासन की बड़ी मदद होगी। इसे सफल बनाने के लिए पुलिस की ओर से हरसंभव मदद दी जाएगी। यह विचार पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने व्यक्त किए। वे सिविल लाइंस स्थित पुलिस भवन में एसीटी की पहल पर ‘यंग इंडिया अनचेंज्ड’ कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे।
आयुक्त ने उम्मीद जताते हुए कहा कि, पिछले दिनों नागपुर पुलिस ने मानव तस्करी रोकथाम के लिए बड़े पैमाने पर छापे मारने की कार्रवाइयां की हैं। युवाओं को समाज उत्थान के कार्य से जोड़ने वाली एसीटी (अलायंस अगेंस्ट सेंटर्स ऑफ ट्रैफिकिंग) पहल नागपुर शहर में बिलकुल सही वक्त पर शुरू हो रही है और युवा इसमें महत्वपूर्ण योगदान देंगे। युवा पुलिस की आंखें बनकर समाज में हो रहे या संभावित अपराधों की सूचना देंगे और अपराध निर्मूलन की सामाजिक जिम्मेदारी में गर्व से सहभागी होंगे।
युवाओं का युवाओं के िलए उपक्रम
मानव तस्करी की रोकथाम, महिलाओं और बच्चों पर होने वाले अपराधों का निवारण तथा इन अपराधों के पीड़ितों के पुनर्वास एवं सशक्तिकरण के क्षेत्र में कार्य करने वाले पांच गैर सरकारी संगठन-विपला फाउंडेशन, प्रथम, प्रकृति ट्रस्ट, युवा रूरल एसोसिएशन और फ्रीडम फर्म एकजुट होकर कार्य करने जा रहे हैं। युवाओं के लिए युवाओं द्वारा यह उपक्रम चलाया जाएगा और महिलाओं, बच्चों पर होने वाले घिनौने अपराधों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा दिया जाएगा। नुक्कड़ नाटक, संगोष्ठी, सभाएं और सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को इस पहल से जोड़ा जाएगा। इस दौरान सह पुलिस आयुक्त अस्वती दोरजे, मानव तस्करी रोकथाम एवं बालसुरक्षा विशेषज्ञ तथा सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी डॉ. पी.एम. नायर मार्गदर्शक के रूप में उपस्थित थे।
युवा कॉलेज में ‘कॉलेज क्लब’ स्थापित करें : डॉ. नायर
अब तक अमरावती, गुवाहाटी, बंगलुरु और चेन्नई में सफलतापूर्वक मानव तस्करी विरोधी दस्ते स्थापित कर चुके हैं। उसी तर्ज पर, नागपुर शहर के महाविद्यालयों में कॉलेज क्लब की शुरुआत करके यह पहल महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के मुद्दे पर जागृति लाएगी। नागपुर शहर को हर लड़की के लिए सुरक्षित बनाने में तत्पर युवाओं का निर्माण इस पहल का लक्ष्य है। यह विचार डॉ. पी.एम. नायर ने व्यक्त िकया। उन्होंेने कहा कि, मैं युवाओं से अपील करता हूं कि एकजुट हों और अपने कॉलेज में कॉलेज क्लब की स्थापना करें। मानव तस्करी अनेक संगठित अपराधों की टोकरी है और यह मानवाधिकारों का सबसे घिनौना उल्लघंन है। इसकी रोकथाम हम सबकी जिम्मेदारी है।