अपात्र पाए जानेपर रद्द की गई, मुरैना एसपी के माता-पिता की द्वारका यात्रा
तीर्थदर्शन अपात्र पाए जानेपर रद्द की गई, मुरैना एसपी के माता-पिता की द्वारका यात्रा
डिजिटल डेस्क सतना। मुख्यमंत्री की तीर्थदर्शन यात्रा के लिए अपात्र पाए जाने पर मुरैना के पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी की माता विद्या बागरी और पिता लालजी बागरी की द्वारका यात्रा तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दी गई है। मामला संज्ञान में आने पर सोमवार को तीर्थदर्शन यात्रा के नोडल आफीसर और संयुक्त कलेक्टर सुरेश जादव ने आनन फानन में आवेदन निरस्त कर दिया। देखते ही देखते आदेश सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया। मसनहा स्थित शासकीय माध्यमिक शाला में सहायक शिक्षक लाली बागरी आयकर दाता भी हैं। सरकारी शर्तों के तहत कोई भी शासकीय अधिकारी एवं कर्मचारी या फिर आयकर दाता तीर्थदर्शन यात्रा के लिए पात्र नहीं है। आरोप है कि बावजूद इसके लालजी बागरी ने स्वयं और अपनी पत्नी के लिए अवैध तरीके से योजना के लाभ लेने की कोशिश की।
आज रवाना होनी है स्पेशल ट्रेन :----
मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन यात्रा के तहत २४ जनवरी को दोपहर सवा ४ बजे यहां से द्वारका के लिए स्पेशल ट्रेन (संख्या 00192) रवाना होनी थी। कुल १४४३ वरिष्ठ जनों ने आवेदन किए थे। इन्हीं में अपात्र घोषित शासकीय शिक्षक लालजी बागरी और विद्या बागरी भी शामिल थे। बागरी दंपत्ति ने २४ जनवरी को आवेदन किए थे। लालजी के दावे के मुताबिक उन्होंने आवेदन नहीं किए थे। उनके गडऱी (बांधी) गांव के एक कृषक ने उनकी तरफ से अर्जियां दी थीं। उल्लेखनीय है, आवेदन के लिए पहचान पत्र और फोटो अनिवार्य होती हैं। इसी आधार यात्रा के लिए आईकार्ड तैयार किया जाता है। द्वारका यात्रा के लिए रेंडमाइजेशन १७ जनवरी को हुआ था। लालजी बागरी की उम्र-६० वर्ष अंकित है। जबकि योजना ६० वर्ष से अधिक उम्र के पुरुष और ५० वर्ष या उससे अधिक उम्र की महिला के लिए मान्य है।
गोरखधंधा: लंबी है अपात्रों की फेहरिस्त:-------
आरोप है कि तीर्थदर्शन यात्रा के तहत अपनों को उपकृत करने के शातिराना खेल का यह इकलौता मामला नहीं है। जानकारों के दावे के मुताबिक द्वारका यात्रा के लिए जिले से चयनित २५० वरिष्ठजनों में ऐसे ही अनेक अपात्र शामिल हैं, जो आयकर देते हैं।
इनका कहना है:-
शिकायत के सत्यापन पर यह तथ्य सामने आया कि लालजी बागरी शासकीय सेवक होने के साथ साथ आयकर दाता भी हैं, लिहाजा दोनों की द्वारका यात्रा के आवेदन निरस्त कर दिए गए हैं। किसी भी अपात्र को योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा। ऐसी स्थिति क्यों, जांच कराई जाएगी।
सुरेश जादव नोडल आफीसर (संयुक्त कलेक्टर)