मराठवाड़ा से 4 अक्टूबर तक वापस हो सकता है मानसून, जोरदार बारिश भी संभव

मौसम विभाग ने चेताया  मराठवाड़ा से 4 अक्टूबर तक वापस हो सकता है मानसून, जोरदार बारिश भी संभव

Bhaskar Hindi
Update: 2021-10-02 13:22 GMT
 मराठवाड़ा से 4 अक्टूबर तक वापस हो सकता है मानसून, जोरदार बारिश भी संभव

डिजिटल डेस्क, औरंगाबाद। चालू वर्ष में मानसून अब अपने अंतिम चरण में है, लेकिन तबाही का सिलसिला जारी है। 1 अक्टूबर, शुक्रवार को हिंगोली, औरंगाबाद, जालना, बीड़ एवं परभणी में गरज के साथ  बारिश हुई। मराठवाड़ा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के अनुसार बारिश की स्थिति अभी तीन दिन और रहेगी। इसके अनुसार 2 अक्टूबर को परभणी, बीड़, लातूर एवं नांदेड़ में गरज के साथ जोरदार बारिश का अनुमान है। 3 अक्टूबर को औरंगाबाद, जालना, परभणी, हिंगोली व उस्मानाबाद जिले में कई ठिकानों पर हलकी तो कहीं भारी बारिश का अनुमान है। 4 अक्टूबर को औरंगाबाद, जालना, बीड़, हिंगोली, परभणी, व उस्मानाबाद जिले में कहीं-कही हल्की बारिश तो कहीं जोरदार बारिश का अनुमान है। 6 अक्टूबर को आसमान पूरी तरह साफ रहने की उम्मीद है।

मराठवाड़ा संभाग में अब तक औसतन 150.18% बारिश
मराठवाड़ा संभाग में चालू मानसून सत्र में 1 अक्टूबर तक औसतन 150.18 प्रतिशत बारिश रिकार्ड की गई है। सर्वाधिक बारिश जालना जिले में औसत से लगभग दो गुणा अधिक यानी 183.49 प्रतिशत तथा सबसे कम लातूर जिले में औसत से सवा गुणा अधिक यानी 128.88 प्रतिशत रिकार्ड किया गया है। संभाग में अब तक कुल बारिश 1,020.5 मिमी दर्ज हुई है।

आठों जिलों की स्थिति
जिले             बारिश (मिमी में)           बारिश (प्रश में)
औरंगाबाद     932.5                        160.31
जालना         1106.6                       143.49
बीड़              991.4                          175.13
लातूर           909.9                         128.88
उस्मानाबाद  830.5                        137.71
नांदेड़           1168.8                      143.52
परभणी         1102.1                     144.77
हिंगोली        1080.7                      135.89        

 
875.79 करोड़ की तत्काल मदद देने की विभागीय आयुक्त की सरकार से मांग
2,254 करोड़ का अतिवृष्टि से प्राथमिक नुकसान का अनुमान
 पिछले सोमवार व मंगलवार को हुए मूसलधार तूफानी बारिश व अतिवृष्टि से मराठवाड़ा संभाग में हुए भारी जानी-माली नुकसान की भरपाई के लिए विभागीय आयुक्त सुनील केंद्रेकर ने फिलहाल राज्य सरकार से तत्काल मदद के लिए 875 करोड़, 79 लाख, 61 हजार रुपए की निधि की मांग की है। अतिवृष्टि के कारण संभाग में लगभग 25 लाख, 98 हजार, 213 हेक्टेयर में लगी फसलों को नुकसान पहुंचा है। यह आंकड़ा अभी बढ़ भी सकता है। राजस्व विभाग ने प्राथमिक रिपोर्ट के हिसाब से 2,254 करोड़ रुपए का नुकसान बताया है।

ऐसी बनी परिस्थिति
संभाग में अतिवृष्टि से हुए नुकसान के लिए संभागीय आयुक्त सुनील केंद्रेकर ने सभी आठों जिलों के जिलाधिकारियों से प्राथमिक रिपोर्ट तलब की थी जिसके आधार पर नुकसान भरपाई के लिए महसूल विभाग ने मदद व पुनर्वसन विभाग को रिपोर्ट भेजी है। पिछले सोमवार व मंगलवार को हुई अतिवृष्टि के कारण औरंगाबाद सहित सभी आठ जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति से हाहाकार मच गया। अब तक बाढ़ से कुल 22 लोगों की मौत दर्ज की जा चुकी है जबकि पालतू व दुधारू जानवरों के मरने की संख्या 800 से अधिक है। नदी-नालों व तालाबों व बड़े जलाशयों के पूरी क्षमता के साथ भर जाने से जहां एक ओर हर्ष है, वहीं हजारों तालाबों के टूटने तथा बाढ़ आने से अब तक लोगों में चिंताएं बनी हुई हैं। रिकार्ड अतिवृष्टि से फसलों, जलाशयों, तालाबों, सरकारी इमारतों, पुलों, सड़कों, कच्चे-पक्के मकानों, बिजली के खंभों, स्कूलों की इमारतों का भारी नुकसान पहुंचा है। अब तक 25,200 पंचनामे किए गए हैं।

नुकसान का ब्योरा
किसानों के लिए 1,796 करोड़
1077 पुलों के लिए 45 करोड
सड़कों के लिए 341 करोड़
116 सरकारी इमारतों के लिए 6 करोड़
205 तालाबों के लिए 58 करोड़
बिजली आपूर्ति व दुरुस्ती 60 करोड़
मृतकों के परिजनों के लिए 58 लाख
1881 कच्चे पक्के मकानों की मरममत के लिए 1.24 करोड़
 

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