मनसे अध्यक्ष ने की डाक्टरों की तारीफ - कहाः गंभीरता को नहीं समझ रहे लोग
मनसे अध्यक्ष ने की डाक्टरों की तारीफ - कहाः गंभीरता को नहीं समझ रहे लोग
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने कहा है कि कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा और चर्च समेत सभी धर्मस्थल बंद हैं लेकिन अस्पताल खुले हैं। अस्पतालों में डॉक्टर दिन-रात लोगों के लिए काम कर रहे हैं। इसलिए आज उन लोगों को समझ में आया होगा जिन्होंने डॉक्टरों पर कभी हाथ उठाया होगा कि हमने क्या चूक की है। हमारे लिए डॉक्टर कितने महत्वपूर्ण हैं। सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में राज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान जनता कर्फ्यू का काफी अच्छा प्रतिसाद मिला। लेकिन रविवार शाम को पांच बजे थाली बजाने के लिए लोगों का जत्था बाहर निकलकर सड़कों पर जश्न बना रहा था। मुट्ठी भर लोगों को कोरोना वायरस की गंभीरता अब भी समझ नहीं आ रहा ही है।
विशेषज्ञ डॉक्टरों के अनुसार अगर भारत में कोरोना वायरस फैल गया तो अगले कुछ दिनों में 60 प्रतिशत लोगों को यह बीमारी हो सकती है। इसलिए मेरी अपील है कि लोग कोरोना वायरस की गंभीरता को समझें।अगर लोगों ने समझदारी नहीं दिखाई तो सरकार को और कठोर कदम उठाना पड़ सकता है। मुझे लगता है कि राज्य के शहरी इलाकों में धारा 144 लागू रहने की 31 मार्च की अवधि को बढ़ाना पड़ेगा। क्योंकि लोग सरकार की अपील सुनने को तैयार नहीं हैं। राज ने कहा कि लोग दिहाड़ी मजदूरों के बारे में कह रहे हैं कि वह लोग कैसे जीवन यापन करेंगे। लेकिन समझिए अगर युद्ध होता तो क्या करते। युद्ध होता तो नौकरी पर जाते। कोरोना वायरस भी एक तरीके का युद्ध है। राज ने कहा कंपनियों को भी मजदूरों का वेतन नहीं काटना चाहिए। होटल बंद किए जा रहे हैं लेकिन कुछ होटल का कीचन शुरू होना चाहिए। क्योंकि शहरों में कई बुजुर्ग नियमित रूप से होटल में ही खाना खाते हैं। राज ने कहा कि शायद सरकार को भी पता नहीं होगा कि कोरोना वायरस किन-किन लोगों तक पहुंचा है। यदि हम घर पर बैठेंगे तो सरकारी मशीनरी को कोरोना वायरस के मरीजों को खोजने में आसानी होगी।
राज ने की मुख्यमंत्री की तारीफ
राज ने कहा कि देरी से ही सही राज्य और केंद्र सरकार कोरोना वायरस से निपटने के लिए अच्छा काम कर रही है। मैंने कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर रविवार रात को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से फोन पर बात की है। मैंने मुख्यमंत्री से घरेलू एयरलाइंस बंद करने की मांग की है। उन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि इस बारे में जल्द फैसला लिया जाएगा।