छत्तीसगढ़ कांग्रेस का मिशन -2023 शुरू, फोकस उन सीटों पर जहां पिछला चुनाव हारे, तीन दिन से चल रहा मंथन

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव-2023 छत्तीसगढ़ कांग्रेस का मिशन -2023 शुरू, फोकस उन सीटों पर जहां पिछला चुनाव हारे, तीन दिन से चल रहा मंथन

Bhaskar Hindi
Update: 2022-09-20 13:34 GMT

डिजिटल डेस्क, रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस का मिशन - 202 शुरू हो गया है। पहले चरण में संगठन का फोकस उन सीटों पर है जहां पार्टी पिछला (2018) का विधानसभा चुनाव हार गई थी। तीन दिन दरम्यान कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पी.एल. पुनिया तथा प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम भाटापारा, बलौदाबाजार तथा बिलासपुर पहुंचे और क्षेत्रीय नेताओं के साथ-साथ पार्टी कार्यकर्ताओं से भी रूबरू हुए।

बिलासपुर पर ज्यादा जोर

कांग्रेस संगठन का सबसे ’यादा जोर बिलासपुर जिले पर है। इस जिले की 6 में से 4 विधानसभा सीटें  बिल्हा, बेलतरा, मस्तूरी ,कोटा कांग्रेस हारी थी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी थोड़े-थोड़ समय के अंतराल के बाद इन चारों सीटों की रिपोर्ट मंगाते रहते हैं। साथ ही जिले के 2 सिटिंग विधायकों की प्रोग्रेस रिपोर्ट भी कार्यकर्ताओं से पूछते रहते हैं। ताकि जो हाथ में है वह तो बना रहे ही, विजयी सीटों का आंकड़ा भी बढ़े।
कार्यकर्ताओं की नाराजगी आ रही सामने

हारी हुई सीटों की नब्ज टटोलने जिला स्तर पर हो रहे कार्यकर्ता सम्मेलनों में नाराजगी भी फूट कर सामने आ रही है। मंगलवार को बिलासपुर में हुए कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान पुनिया और मरकाम के सामने कार्यकर्ताओं ने जमकर गुबार निकाला। आम कार्यकर्ता की यही शिकायत थी कि चुनाव आने पर ही उन्हें यद किया जाता है और बाद में उपेक्षित छोड़ दिया जाता है। कार्यकर्ताओं का कहना रहा कि आज हमारी पूछ-परख इसलिए हो रही है, क्योंकि चुनाव आने वाला है।

ग्राउण्ड रियलिटी बहुत खराब

पुनिया और मरकाम को बिलासपुर में जो जमीनी हकीकत नजर आई वह पार्टी के लिए चिंता बढ़ाने वाली है। कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान यह भी सामने आया कि जिले में राजीव गांधी मितान क्लब के गठन पर पदाधिकारियों ने ध्यान ही नहीं दिया। सबसे ज्यादा बुरी स्थित तो शहरी क्षेत्र में है। इस बावत पूछे गए सवाल का कोई पदाधिकारी जवाब नहीं दे पाया। सम्मेलन के दौरान कार्यकर्ताओं के माध्यम से बिलासपुर और तखतपुर विधानसभा क्षेत्र से विजयी कांग्रेस  विधायकों के कार्यों की समीक्षा भी कीगई।

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