दमोह जिले में नाबालिग लड़कियों के कपड़े उतारकर घर-घर घुमाया गया, स्थानीय लोगों का मानना ​​है कि इससे पर्याप्त बारिश होगी

MP दमोह जिले में नाबालिग लड़कियों के कपड़े उतारकर घर-घर घुमाया गया, स्थानीय लोगों का मानना ​​है कि इससे पर्याप्त बारिश होगी

Bhaskar Hindi
Update: 2021-09-06 14:53 GMT
दमोह जिले में नाबालिग लड़कियों के कपड़े उतारकर घर-घर घुमाया गया, स्थानीय लोगों का मानना ​​है कि इससे पर्याप्त बारिश होगी

डिजिटल डेस्क, दमोह। मध्य प्रदेश के एक गांव में नाबालिग लड़कियों के कपड़े उतार दिए गए और उन्हें घर-घर भीख मांगने के लिए कहा गया। ग्रामीणों का मानना है कि इससे पर्याप्त मात्रा में बारिश होगी। ये घटना दमोह जिले के जबेरा ब्लॉक के बनिया गांव की है। लड़कियों के साथ उनके परिजन भी थे, जो भजन गाते हुए घूम रहे थे। 

आदिवासी बाहुल्य बनिया गांव के लोगों की मान्यता है कि बारिश कम होने पर खेर माता की मूर्ति पर एक टोटका करना होता है। इसके लिए छोटी बच्चियों को बिना कपड़े के खेर माता के मंदिर तक जाना होता है। इस दौरान बच्चियां अपने कंधे पर मूसल रखकर चलती है। उस मूसल में मेंढकी बंधी होती है। 

मंदिर जाने से पहले गांव में उन बच्चियो को घुमाया जाता है। ये लड़कियां घर-घर जाकर स्थानीय मान्यता के अनुसार आटा, दाल और अन्य अनाज की मांग करती है। एकत्र की गई वस्तुओं से गांव के मंदिर के सामने भंडारा किया जाता है। इस भंडारे में सभी ग्रामीणों का उपस्थित होना "अनिवार्य" है। 

बाद में जब बच्चियां मंदिर पहुंच जाती है तो खेर माता की मूर्ति पर गोबर लगा देते है और सभी वहां से चली जाती है। गोबर इतना पतला लगाया जाता है कि बारिश में वह छूट जाए। ग्रामीणों का मानना ​​है कि यह "अनुष्ठान" गांव में पर्याप्त बारिश लाता है और सूखे से बचाता है।

NCPCR ने दमोह कलेक्टर को नोटिस भेज इस मामले में 10 दिन के भीतर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। NCPCR ने 2005 की धारा 13(1)(j) के अंतर्गत खुद ही इस मामले में संज्ञान लिया है। NCPCR की ओर से जारी नोटिस में कलेक्टर से नग्न बच्चियों का आयु प्रमाण पत्र, जांच रिपोर्ट और अन्य दस्तावेज की मांग की गई है।

दमोह के पुलिस अधीक्षक डीआर तेनिवार के अनुसार, क्षेत्र में कम वर्षा के कारण, ग्रामीण हर साल बच्चों की सहमति से इस प्रथा का पालन करते हैं। तेनिवार ने कहा कि इन परिवारों की महिलाएं गांव में नग्न होकर भीख मांगने वाली लड़कियों को तैयार करती हैं।

हालांकि पुलिस इस मामले की जांच कर रही है कि कहीं किसी बच्चे को इस हरकत के लिए मजबूर तो नहीं किया गया। तेनिवार ने कहा कि अगर यह जबरदस्ती की गई प्रथा पाई गई तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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