आर्थोपेडिक वार्ड में आधी रात स्टाफ नर्स ने पेशेन्ट को गद्दा-चादर देने से किया इन्कार
सतना आर्थोपेडिक वार्ड में आधी रात स्टाफ नर्स ने पेशेन्ट को गद्दा-चादर देने से किया इन्कार
डिजिटल डेस्क, सतना। जिला अस्पताल के आथोपेडिक वार्ड में सोमवार-मंगलवार दरमियानी रात डेढ़ बजे संविदा नर्सिंग ऑफीसर ने वार्ड में भर्ती के लिए पहुंचे दो पेशेन्टों को गद्दा और चादर देने से इन्कार कर दिया। जबकि स्टाफ नर्स ने ड्यूटी केविन में कांच के पार्टीशन पर दो चादर डाल रखा था, ताकि उन्हें कोई देख न सके। इतना ही नहीं वार्ड में जिस वार्डब्वाय की ड्यूटी थी वह भी अंदर स्टोर रूम में दो गद्दे लगाकर सो रहा था। जब पेशेन्ट के परिजन ने नर्स की इस बात पर एतराज किया, तब कहीं जाकर आधे घंटे बाद गद्दे और चादर मिल पाए। बीती रात आर्थोपेडिक वार्ड में संविदा नर्सिंग ऑफीसर अमिता दुबे की ड्यूटी थी।
सिविज सर्जन से शिकायत
उमरी निवासी पीडि़त हेमंत द्विवेदी ने सिविल सर्जन डॉ केएल सूर्यवंशी से शिकायत कर स्टाफ नर्स के खिलाफ कार्यवाई की मांग की है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि रात में जैसे ही वार्ड पहुंचे, नर्सिंग ऑफीसर से बात की तो वह भडक़ गईं। स्टाफ नर्स का कहना था कि जब वार्ड में जगह नहीं है तो ड्यूटी डॉक्टर भर्ती क्यों लिख रहे हैं। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि नर्सिंग ऑफीसर ने बड़ी मुस्किल से गद्दा-चादर तो दिए लेकिन ठंड से बचने के लिए ओढऩे के लिए कंबल नहीं दिए, लिहाजा आधी रात घर जाकर कंबल-रजाई लेकर आना पड़ा।
बेडों से बेडशीट गायब
वैसे तो नियम है कि जिला अस्पताल में भर्ती पेशेन्टों को चादर-कंबल मुहैया कराए जाएं। लेकिन हकीकत यह है कि वार्डों के स्टोर में कंबल-बेडशीट रखे रहते हैं, इसके बाद भी पैरामेडिकल स्टाफ पेशेन्टों को नहीं देता। मजबूरी में मरीज घरों से चादर-कंबल लेकर आते हैं। केवल एक वार्ड की ये कहानी नहीं है, सभी वार्डों में पैरामेडिकल स्टाफ पेशेन्टों से इसी तरह पेश आता है। अधिक लापरवाही रात में ही होती है।
इनका कहना है
सिविल सर्जन डॉ केएल सूर्यवंशी ने कहा कि पेशेन्ट ने शिकायत की है, बुधवार को मामले की जांच कराकर संबंधित संविदा नर्सिंग ऑफीसर से जवाब-तलब करेंगे। दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल में इस प्रकार की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी।