स्वसहायता समूहों के सदस्यों ने तैयार की कान्हा की पोषाक़ "खुशियो की दास्तां" जन्माष्टमी के अवसर पर जिला वासियों के लिए विशेष उपहार!
"खुशियो की दास्तां" स्वसहायता समूहों के सदस्यों ने तैयार की कान्हा की पोषाक़ "खुशियो की दास्तां" जन्माष्टमी के अवसर पर जिला वासियों के लिए विशेष उपहार!
डिजिटल डेस्क | उमरिया विशेष अवसर हों या त्योहार अथवा भगवान कृष्ण का जन्मदिन, हर त्योहार को विशेष बनाने तथा अपनी प्रतिभा एवं मेहनत का परिचय देते हुए ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्वसहायता समूहों की सदस्य अपनी के अनुरूप सामग्री तैयार कर बाजार में उतार रही हैं। रक्षावंधन में राखी हो, जन्माष्टमी में कान्हा की पोषाक, गणेश चतुर्थी पर्व या नवदुर्गा के पर्व के अवसर पर भी ये महिलायें अपने उत्पाद उतारने की तैयारी में है।
इन महिलाओं को ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से कौशल उन्नयन प्रशिक्षण, कच्चे माल, उत्पाद विक्रय हेतु बाजार में स्थान तथा पूंजी की व्यवस्था प्रदेश सरकार उपलब्ध कराती है।
जिला मुख्यालय उमरिया में स्वसहायता समूह की महिलाओं ने गांधी चौक में विक्रय हेतु स्टाल लगाया है। पोषाक कीमत 80 रूपये है। पोषाक का निर्माण प्रेरणा एवं खेरमाता स्वसहायता समूह की महिलाओं ने अपनी सोच के अनुसार तैयार किया है।जिला प्रशासन ने जिला वासियों से अपील की है कि त्योहारों के अवसर पर जिले की महिलाओं व्दारा निर्मित उत्पाद खरीद कर लोकल फार वोकल के नारे को अमलीजामा पहनायें तथा अपनी बहनों की आर्थिक स्थिति सुधारने में सहयोगी बनें।