झारखंड के सिमडेगा में लकड़हारा को जलाया जिंदा, गांववासियों के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा

खौफनाक घटना झारखंड के सिमडेगा में लकड़हारा को जलाया जिंदा, गांववासियों के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा

Bhaskar Hindi
Update: 2022-01-05 05:30 GMT
झारखंड के सिमडेगा में लकड़हारा को जलाया जिंदा, गांववासियों के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
हाईलाइट
  • पुलिस ने कहा दोषियों के खिलाफ होंगी सख्त कार्रवाई
  • इंसान को जिंदा जला डाला
  • भयावह अपराध

डिजिटल डेस्क,रांची। झारखंड के सिमडेगा में मॉब लिंचिंग का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर आपकी रूंह कांप उठेगी। गांव के लोगों ने मिलकर पेड़ काटने वाले एक लकड़हारे को जिंदा जला डाला। अभी हाल ही में झारखंड राज्य में प्रिवेटेंशन ऑफ लिंचिंग एक्ट 2021 पारित हुआ है। इसके बाद भी सूबे में ऐसा भयावह अपराध देखने को मिल रहा है। 
 लकड़ी काटकर बेचकर अपना जीवन यापन करने वाले को गांव के लोगों ने ही धार्मिक मान्यताओं के चलते जिंदा जला डाला।  लोग और उनकी मान्यताओं के मुताबिक युवक जिस स्थान के पेड़ काट रहा था उन्हें  काटना धार्मिकता की आड़ में पाप माना जाता है। 

एक निजी चैनल आज तक में प्रकाशित खबर के मुताबिक निजी सिमडेगा एसपी का कहना है कि घटना से संबंधित दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।  उन्होंने कहा कि कानून हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है। गांव वालो के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही हैं।
इंसान को जिंदा जला डालने की घटना सिमडेगा के कोलेबिरा थाना क्षेत्र की बताई जा रही हैं। लोगो ने पहले पेड़ काटने वाले की खूब पिटाई की जिससे उसकी हालात काफी खराब हो गई।  बाद में अधमरे युवक को गांव वालो ने मिलकर जला डाला। इस पूरी घटना में सबसे बड़ी लापरवाही सामने आ रही है वह वन विभाग की बतायी जा रही है। गांववासियों के मुताबिक वन विभाग को पेड़ काटने की सूचना दी गई लेकिन विभाग ने कोई कार्रवाई न कर, मूक बना रहा।  
झारखंड ऐसा चौथा राज्य है जहां मॉब लिंचिंग अधिनियम है लेकिन ऐसी घटना बार बार देखने को मिल जाती है जिनसे पूरा देश शर्मसार होता है। झारखंड सरकार ने 2019 में तबरेज अंसारी की लिंचिंग के बाद उठ रही मांग के कानून बनाया था।  राज्स्थान मणिपुर बंगाल के बाद झारखंड चौथा राज्य है जहां लिंचिंग के खिलाफ वाला कानून है।
 

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