एलपीयू के अपने सैटेलाइट की लॉन्चिंग में तेजी लाएगी भारत की सैटकॉम इंडस्ट्री एसोसिएशन
पंजाब एलपीयू के अपने सैटेलाइट की लॉन्चिंग में तेजी लाएगी भारत की सैटकॉम इंडस्ट्री एसोसिएशन
डिजिटल डेस्क,जालंधर। देश में संचार उपग्रह इकोसिस्टम के हितों का प्रतिनिधित्व करने के लिए बनाई गयी सैटकॉम इंडस्ट्री एसोसिएशन (एसआईए)इंडिया ने लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के अपने "एलपीयू सैटेलाइट" को लॉन्च करने की सुविधा के लिए हाल ही में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इस सैटेलाइट को देश की अन्य जरूरतमंद एजेंसियों की मदद के लिए एडुटेक और संबंधित गतिविधियों के लिए भी डिजाइन किया जाएगा।इस समझौता ज्ञापन पर एसआईए-इंडिया के महानिदेशक श्री अनिल प्रकाश और एलपीयू की एग्जीक्यूटिव डीन व रजिस्ट्रार प्रोफेसर डॉ मोनिका गुलाटी ने हस्ताक्षर किए।
एसोसिएशन ने एलपीयू को उपग्रह लॉन्च करने की अपनी महत्वाकांक्षा को साकार करने में सहायता और मार्गदर्शन करने का आश्वासन दिया है। इस एकेडेमिया इंडस्ट्री कनेक्ट में एक महत्वपूर्ण क्षण बनाते हुए, इस गठबंधन का उद्देश्य संभावित उद्यमियों को प्रोडक्ट ज्ञान ; और, अंतरिक्ष क्षेत्र में विभिन्न प्रॉडक्ट्स और सेवाओं के लिए तकनीकी/बिक्री आदि स्किल्स के लिए मार्गदर्शन करना होगा।
इस संबंध में, एसआईएइंडिया और एलपीयू एक कुशल और टिकाऊ उद्योग के विकास को प्रोत्साहित और सहायता करने के लिए संयुक्त कार्यशालाओं, सेमिनारों और प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों का आयोजन करेंगे इससे विद्यार्थियों, विशेषज्ञों और अन्य रिसोर्स पर्सन्स के बीच सहयोग और सूचनाओं के आदान-प्रदान का मार्ग प्रशस्त होने की उम्मीद है। यह उपग्रह और अंतरिक्ष क्षेत्र में अकादमिक, अनुसंधान, प्रशिक्षण और संबद्ध उद्देश्यों के लिए होगा। हस्ताक्षर समारोह में एसआईए के प्रेजिडेंट डॉ सुब्बा राव पावुलुरी और, एलपीयू के प्रो वाइस चांसलर प्रो डॉ लवी राज गुप्ता भी मौजूद थे डॉ पावुलुरी ने साझा किया कि यह सहयोग एलपीयू में "सेंटर फॉर स्पेस रिसर्च एंड ऑपरेशंस" के लिए एक अच्छा प्रयास होगा। प्रोफेसर डॉ गुप्ता ने कहा कि कुशल जनशक्ति बनाने और भारत में अंतरिक्ष बुनियादी ढांचे के विकास में शैक्षणिक संस्थानों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। एलपीयू अंतरिक्ष मिशन और अनुसंधान के लिए एक नोडल केंद्र और रोल मॉडल बनने की ओर अग्रसर है। एलपीयू ने अंतरिक्ष संबंधी एडवांस्ड अध्ययन करने के लिए एक केंद्रीय सुविधा के रूप में "अंतरिक्ष अनुसंधान और संचालन केंद्र" की स्थापना भी की हुई है। यह नवोदित टेक्नोक्रेट्स?शोधकर्ताओं को अंतरिक्ष विज्ञान, प्रौद्योगिकियों और उपग्रहों के साथ संचार के लिए अनुप्रयोगों से संबंधित गतिविधियों को आगे बढ़ाने, लाइव उपग्रह छवियों को डाउनलोड करने और नैनो-उपग्रहों और बड़े अंतरिक्ष यान से टेलीमेट्री, विज्ञान/इंजीनियरिंग डेटा प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करता है।