कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर 10,000 लोगों ने लिया क्लीनलीनेस प्रोग्राम में हिस्सा
कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर 10,000 लोगों ने लिया क्लीनलीनेस प्रोग्राम में हिस्सा
डिजिटल डेस्क, शिमला। कालका-शिमला रेलवे ट्रैक की स्वच्छता और उसके संरक्षण के लिए एक अभियान की शुरुआत की गई। राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने इस अभियान का शुभारंभ किया। इस वृहद स्वच्छता, बचाव एवं संरंक्षण अभियान का आयोजन राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में किया गया। राज्यपाल आचार्य देवव्रत और उच्च न्यायालय के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजय करोल ने रेलवे ट्रैक पर कचरा उठाकर इस अभियान को शुरू किया।
प्रदेश संवारने का संकल्प लिया गया
इस दौरान राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने शिमला रेलवे स्टेशन पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जिम्मेदार पदों पर तैनात व्यक्तियों सहित बड़ी संख्या में छात्रों ने अभियान में शामिल होकर इतिहास बनाया है। साथ ही उन्होंने न्यायपालिका की दूर दृष्टि की सराहना करते हुए कहा कि ‘स्वच्छता के लिए धरोहर ट्रैक को चुन कर आयोजकों ने सामाजिक दायित्व को महत्व देते हुए सफाई ही नहीं पर्यटन की दृष्टि से प्रदेश को संवारने का जो संकल्प लिया है, वह प्रशंसनीय है।
अभियान को निरंतर जारी रखने अपील
उन्होंने कहा कि यह चिंताजनक है कि हमने ईश्वरीय व्यवस्था को बिगाड़ने का कार्य किया है। पढ़े लिखे होते हुए भी हम व्यवस्था के विपरीत कार्य करते हैं और जहां हमारे कदम पड़ते हैं वहीं जिम्मेदारी के विपरीत गंदगी फैलाने का कार्य करते हैं। हमारी मानसिकता ऐसी बन गई है कि हम सफाई करने वाले को छोटा और कूड़ा फेंकने वाले को बड़ा मानते हैं। राष्ट्रीय प्रकल्प के विषयों में हमारा योगदान शून्य रहता है। वहीं इस मौके पर बड़ी संख्या में शामिल हुए विद्यार्थियों से राज्यपाल ने इस अभियान को निरंतर जारी रखने की अपील की।
ये लोग हुए शामिल
इस मौके पर जस्टिस सुरेश्वर ठाकुर, जस्टिस विवेक सिंह ठाकुर, जस्टिस अजय मोहन गोयल, जस्टिस संदीप शर्मा, जस्टिस चंद्र भूषण बारोवालिया, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के चेयरमैन वीरेंद्र सिंह, सदस्य सचिव प्रेम पाल रांटा, प्रशासनिक अधिकारी गौरव महाजन, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव विवेक शर्मा और ट्रैफिक मैजिस्ट्रेट शिमला एवं किन्नौर बलजीत नायक अभियान में शामिल हुए।