अमरावती जिले के 6 लाख 80 हजार 850 हेक्टेयर क्षेत्र में होगी खरीफ की बुआई
कृषि अमरावती जिले के 6 लाख 80 हजार 850 हेक्टेयर क्षेत्र में होगी खरीफ की बुआई
डिजिटल डेस्क, अमरावती । खरीफ मौसम 2023 में अमरावती जिले में 6 लाख 80 हजार 850 हेक्टेअर क्षेत्रफल बुआई प्रस्तावित की है। इसमें से 2 लाख 60 हजार हेक्टेअर क्षेत्र पर कपास की बुआई की जाएगी। खरीब मौसम जल्द ही शुरू हो रहा है। किसानों ने केवल केंद्र सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त बीजी-1 व बीजी-2 के ही बीज की बुआई करने का आह्वान किया है। शासन मान्यता न रहनेवाले अन्य किसी भी प्रकार की कपास बीज की खरीदी अनधिकृत विक्रेता से न करने का भी आह्वान किया गया है।
शासन मान्यता न रहनेवाले एचटीबीटी का बीज खरीदने से किसानों के साथ धोखाधड़ी की आशंका है। यह बीज पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते हैं इससे पर्यावरण कानून में यह अपराध है जिसमें 5 वर्ष की कैद व 1 लाख रुपए जुर्माने के प्रावधान है। कृषि विभाग ने कहा है कि कुछ जगह किसानों को घर पहुंच बीज देने के नाम पर बिना रसीद उन्हें नकली बीज की बिक्री की जाती है। किंतु सरकार ने केवल बीजी-1 व बीजी-2 को ही मान्यता प्रदान की है। बीजी-3 को अनुमति नहीं दी है। इससे जिले के किसानों को अगर कोई व्यक्ति नकली अथवा गैर कानूनी बीज बिक्री करते मिला तो कृषि सहायक, कृषि पर्यवेक्षक, मंडल कृषि अधिकारी, कृषि अधिकारी, पंचायत समिति, तहसील कृषि अधिकारी व उपविभागीय कृषि अधिकारी कार्यालय को सूचित करने का आह्वान जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी राहुल सातपुते ने किया।
कर्ज वितरण की दर निश्चित
खरीब मौसम एक महिने पर आने से सभी स्तर पर खरीब के बुआई की तैयारी शुरू हुई है। इस बार के मौसम में फसल कर्ज वितरण के लिए 1450 करोड का लक्ष्य दिया गया है। इसके लिए जिले के बैंकों द्वारा फसल कर्ज की दर निश्चित की गई है। तकनीकी गट सभा ने निश्चित की हुई दर बैंकों ने स्वीकृत की है। इसमें सोयाबीन को प्रति हेक्टेअर 51 हजार व कपास को 60 हजार रुपए दर पर कर्ज मिलेगा। जिले में विविध बैंकों की 363 शाखाएं है। इन शाखाओं को खरीब के लिए 1450 करोड व रबी के लिए 470 करोड का लक्ष्य व कर्ज वितरण के लिए विविध फसलों के हेक्टेअरी कर्ज की दर निश्चित की गई है।