डिहाइड्रेशन व लू लगने के मरीजों की संख्या बढ़ी, रहें सावधान 

डिहाइड्रेशन व लू लगने के मरीजों की संख्या बढ़ी, रहें सावधान 

Bhaskar Hindi
Update: 2019-04-26 07:43 GMT
डिहाइड्रेशन व लू लगने के मरीजों की संख्या बढ़ी, रहें सावधान 

डिजिटल डेस्क, दमोह। एक सप्ताह पहले आंधी तूफान के कारण तापमान में जो गिरावट आई थी, वह फिर से बढ़ गई है। मौसम के इस बदले मिजाज ने वायरल फीवर के साथ डिहाइड्रेशन के मरीजों की संख्या बढ़ा दी है। जिला अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों में अधिकांश मरीज वायरल फीवर या डिहाइड्रेशन के ही पहुंच रहे हैं। वहीं निजी एवं अन्य ग्रामीण स्तर के अस्पतालों के साथ-साथ झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा भी खोले गए क्लिनिको  में ऐसे मरीजों की संख्या अधिक है।

लू लगने के मरीज भी बढ़े
डिहाइड्रेशन के साथ ही सन स्ट्रोक के मरीज भी पहुंच रहे हैं। इसका प्रमुख कारण अधिक देर तक धूप में रहना नियमित भोजन नहीं करना और समय-समय पर पानी नहीं पीना है।शासकीय सहित निजी अस्पतालों में भी डिहाइड्रेशन के साथ सन स्ट्रोक के मरीज बढ़ रहे हैं। इस सप्ताह  ऐसे मरीजों की संख्या में दस प्रतिशत की वृद्धि हुई है। सनस्ट्रोक में  सुबह स्वस्थ दिखने वाला व्यक्ति शाम तक अचानक तेज बुखार की गिरफ्त में आ रहा है। डॉक्टरों के अनुसार बदन व सिर दर्द के मरीज अधिक संख्या में पहुंच रहे हैं। अस्पतालों में पहुंचने वाले मरीजों में लगभग तीस प्रतिशत मरीज डिहाईड्रेशन सन स्ट्रोक वायरल फीवर के बड़े हैं। जिला अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन लगभग 500 मरीज आते हैं। इसमें से डेढ़ सौ से 200 मरीज इन तीनों के लक्षण के साथ पहुंच रहे हैं वहीं निजी अस्पतालों में भी इन बीमारियों के मरीजों की संख्या अधिक है।

निजी अस्पतालों में भी बढ़ रहे मरीज
जिला अस्पताल के साथ ही निजी अस्पताल व क्लीनिक में भी मरीजो की संख्या बढ़ी है । सुबह से शाम तक अस्पतालों में लंबी भीड़ नजर आ रही है सबसे ज्यादा बुजुर्गों  व बच्चे से प्रभावित हो रहे हैं।

डायरिया के भी हो रहे शिकार
गर्मी का मौसम व शादियों का समय है ऐसे में बाहर के खाने से भी सेहत बिगड़ रही है । 1 से 5 साल तक के बच्चे नियमित पानी नहीं पीने की वजह से डायरिया का शिकार बन रहे हैं। चिकित्सक खुद बच्चों को समय समय पर पानी पिलाने की सलाह दे रहे हैं।  

गर्मी से नवजात बच्चों के सामने आ रही फीडिंग समस्या
गर्मी का असर नवजात बच्चों पर भी होता दिखाई दे रहा है गर्मी के असर से उनमें फीडिंग समस्या भी सामने आ रही है ऐसे में डॉक्टर हर 2 घंटे में मां का दूध या डिब्बे का दूध पिलाने के लिए सलाह दे रहे हैं इसके साथ ही तेज धूप व तापमान के उतार-चढ़ाव से बचने की सलाह भी दे रहे हैं।

स्वास्थ्य विभाग ने लू से बचने लोगों को जानकारी देने दिया आदेश 
स्वास्थ्य विभाग ने जिला अस्पताल सहित सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आने वाले मरीजों को लू लगने के लक्षण वह इससे बचाव की जानकारी देने के लिए डॉक्टर्स को निर्देशित किया है मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर आरके बजाज ने बताया कि गर्मी के मौसम में बढ़ते हुए तापमान से होने वाली बीमारियों लू लगने दस्त लगना सिर दर्द होना शरीर में पानी की कमी होना बुखार आना उल्टी होना अधिक पसीना आना बेहोशी आना आदि की जानकारी व लक्षण डॉक्टर मरीजों को बताएंगे इससे समय रहते उन्हें इलाज उपलब्ध हो सकेगा वहीं अस्पताल में आने वाले मरीजों को इससे बचाव के लिए भी जानकारी दी जाएंगी।

इनका कहना है 
गर्मी से अस्पतालों में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ रही है डिहाइड्रेशन या हीट स्ट्रोक पर मरीज को दबा के साथ ही आराम करना भी जरूरी है ऐसी स्थिति में शरीर में सबसे अधिक पानी की कमी हो जाती है कितना भी बुखार हो पानी की कमी नहीं होनी चाहिए यह खतरनाक हो सकता है। - डॉ .आरके बजाज सीएमएचओ दमोह

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