बटुरा घाट में हो रहा कोयले का अवैध खननसबको पता पर पुलिस-प्रशासन बना अनजान, सोन नदी में अवैध खनन के लिए खोदे गए गड्ढे में डूबने से छात्र की मौत
मध्य प्रदेश बटुरा घाट में हो रहा कोयले का अवैध खननसबको पता पर पुलिस-प्रशासन बना अनजान, सोन नदी में अवैध खनन के लिए खोदे गए गड्ढे में डूबने से छात्र की मौत
डिजिटल डेस्क, शहडोल। कोयले का अवैध खनन सोन नदी के बटुरा घाट, चाका, अमलाई व आसपास स्थानों पर बेखौफ चल रहा है। इस बात की जानकारी सबको है पर पुलिस-प्रशासन अनजान हैं। कोयले के अवैध खनन में मनमानी का आलम यह है कि 6 फरवरी को बटुरा घाट पर आदिवासी छात्र उत्तम की मौत के अगले दिन भी सिलसिला नहीं थमा। दैनिक भास्कर की टीम ने पाया कि मंगलवार दोपहर 3.28 बजे बटुरा घाट से 3 साइकल पर बोरियों में कोयला भरकर युवक सडक़ की ओर जा रहे हैं। कोयले के अवैध खनन से जुड़े माफिया के इशारे पर यहां इसी तरह से साइकल से बोरियों में कोयला भरकर नियत स्थान पर भंडारण किया जाता है। बाद में ट्रकों में भरकर सप्लाई होती है। बटुरा गांव के लोगों ने बताया कि बुढ़ार में बैठे लोगों के इशारे पर यह पूरा खेल चल रहा है।
आदिवासी छात्र उत्तम के डॉक्टर बनने का था सपना, 12वीं में विज्ञान विषय से करता था पढ़ाई, कोयले के अवैध खनन के लिए खोदे गए गड्ढे ने ली जान बटुरा गांव के आदिवासी मोहल्ले में मातम का माहौल है। मंगलवार दोपहर उत्तम के परिवार के सदस्य अंतिम संस्कार कर घर लौटे तो माता-पिता व रिश्तेदारों के आंख से आंसू थम नहीं रहा। जवान बेटे को खोने वाले पिता छोटा वासुदेव देखते ही देखते बेहोश हो जा रहे हैं। परिजनों ने बताया कि कक्षा 12वीं में विज्ञान विषय लेकर पढ़ाई कर रहे उत्तम के डॉक्टर बनने का सपना था। सोमवार को वह दोस्तों के नदी की ओर घूमने गया था। दोनों साथी शौच करने दूर गए और वह अचानक कोयले के अवैध खनन के लिए खोदे गए गड्ढे में गिर गया। उत्तम को तैरना नहीं आता था और डूबने से उसकी मौत हो गई।
पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई पर ऐसे उठ रहे सवाल
एसपी कुमार प्रतीक ने 27 जनवरी को एडिशनल एसपी मुकेश वैश्य के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर एसईसीएल की बंद कोयला खदान धनपुरी यूजी माइन में 27 जनवरी को 4 व 28 को 3 युवकों का दम घुटने से मौत मामले में 7 दिन में रिपोर्ट मांगी थी। इधर, एसआईटी गठन के 11 दिन बाद भी जांच पूरी नहीं हुई। 6 फरवरी को बटुरा में कोयले के अवैध खदान में एक आदिवासी छात्र की मौत का मामला सामने आ गया।
कलेक्टर वंदना वैद्य ने कोयले के अवैध खनन के लिए खोदे गए गड्ढों को भरने के लिए खनिज विभाग को निर्देश दिए। खनिज अधिकारी प्रमोद शर्मा ने बताया कि 3 फरवरी को टिकुरीटोला में गड्ढे भरे गए। 4 फरवरी को बटुरा घाट में खनिज विभाग की टीम ने निरीक्षण किया। 5 फरवरी को गड्ढे भरने का दावा किया गया और अगले ही दिन उत्तम की मौत कोयले के अवैध खनन के गड्ढे में हो गई।