शासकीय जमीन पर लगे पेड़ों की अवैध कटाई

वर्धा शासकीय जमीन पर लगे पेड़ों की अवैध कटाई

Bhaskar Hindi
Update: 2022-11-06 11:36 GMT
शासकीय जमीन पर लगे पेड़ों की अवैध कटाई

डिजिटल डेस्क, आष्टी शहीद(वर्धा) । वनपरिक्षेत्र अधिकारी कार्यालय के कार्यक्षेत्र के तहत आने वाले साहुर, पांढुर्णा राउंड में से निजी खसरे के नाम पर शासकीय जमीन से पेड़ काटे जा रहे हैं। इस ओर वनपरिक्षेत्र अधिकारी अनदेखी कर रहे हैं। इसके कारण अधिकारियों की मर्जी से यह पेड़ काटे जाने की चर्चा परिसर में व्याप्त है। तहसील में वनपरिक्षेत्र कार्यालय अंतर्गत 5 सर्कल कार्यालय शुरू हैं। जिसमें आष्टी, साहुर, पांढुर्णा, माणिकवाड़ा व पिलापुर का समावेश है। साहुर व पांढुर्णा परिसर जंगल से व्याप्त है। जिसमें सागौन व चंदन के पेड़ हैं। जंगल परिसर से लगकर किसानों की खेती हैं। किसानों के नाम पर सागौन के पेड़ दिखाकर निजी व्यापारियों को दूसरे के नाम पर पेड़ काटने की अनुमति दी जा रही है। जिसके तहत शासकीय रास्तों के व जंगल के पेड़ काटे जा रहे हैं।  यह काम किसी गिरोह की तरफ से किया जा रहा है।

 शासकीय वन संपत्ति की सरेआम चोरी की जा रही है। चंदन के पेड़ काटने के लिए शासकीय यंत्रणा के साथ ही पास के जिले के कुछ नागरिक आने की जानकारी है। माणिकवाड़ा गांव के राउंड अधिकारी मुख्यालय में नहीं रहते। इसके कारण वनविभाग की सीमा से अवैध उत्खनन शुरू है। कुछ महीने पहले पांढुर्णा के जंगल में बाघ मृत अवस्था में पाया गया था। बाघ का शिकार कर शव को रफादफा करने का प्रयास किया जा रहा था। वह मामला अभी तक ठंडे बस्ते में है।  जंगल से लगकर ही अमरावती जिले की सीमा है। इसी का लाभ उठाकर किसी गिरोह द्वारा यह गोरखधंधे चलाए जा रहे हैं। वनपरिक्षेत्र अधिकारी इसे मूक अनुमति दे रहे हैं। इसके कारण शासन की संपत्ति का नुकसान हो रहा है। वनपरिक्षेत्र अधिकारी कार्यालय के अंतर्गत आने वाले विश्रामगृह में हर दो दिन के आड़ में गीली व सूखी पार्टी की जा रही है। इसके लिए जंगल के ही पंक्षियों का शिकार किया जाता है। वनविभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से इस ओर ध्यान देने की मांग की जा रही है।

 
 

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