थोड़ी भी शर्म होती तो धार्मिक स्थल के पास शराब दुकान को मंजूरी नहीं देते
पुगलिया ने कहा थोड़ी भी शर्म होती तो धार्मिक स्थल के पास शराब दुकान को मंजूरी नहीं देते
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। शहर के धार्मिक स्थल व निवासी क्षेत्र में देशी शराब दुकान व वाइन, बीयर शाॅप का स्थांनातरण, नई मंजूरी का मुद्दा पिछले कुछ दिनों से चंद्रपुर में चर्चा का विषय बना हुआ है। जगह-जगह खुलनेवाली शराब दुकानों को लेकर पूर्व सांसद नरेश पुगलिया ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, पुलिस विभाग, राज्य उत्पादन शुल्क विभाग व प्रशासन को थोड़ी शर्म होती तो धार्मिक स्थल के पास शराब दुकान को मंजूरी नहीं देते। इसके पीछे राजनीतिक दबाव होने की बात उन्होंने कही।
राजीव गांधी सभागृह में आयोजित एक पत्र परिषद में पूर्व सांसद पुगलिया ने कहा कि, रेवड़ियों की तरह शहर में जगह-जगह शराब दुकान का स्थानांतरण व नई दुकान को मंजूरी दी जा रही है। लेकिन जहां दुकान को अनुमति दी जा रही है, उस परिसर में क्या है, इसकी पड़ताल भी नहीं की जा रही। संबंघित विभागों से आर्थिक साठगांठ के चलते ऐसा हो रहा है। इस संबंध में जिला प्रशासन व सरकार को पत्र भेजेंगे। आपत्ति वाली दुकानों की मंजूरी रद्द नहीं की गई तो आनेवाले दिनों में चंद्रपुर में बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी। पुगलिया ने यह भी कहा कि, शहर के बाहर एक जगह देखकर वहां दुकानंे खोलने की अनुमति देनी चाहिए, जिससे शहर में रहनेवाले नागरिकों को, खासकर महिलाओं को परेशानी नहीं होगी। उन्होंने यह भी कहा कि, शराब बंदी हटाने की मांग हमने नहीं की थी। पुगलिया ने कहा कि, दूसरे पार्टी से कांग्रेस में आए लोगों ने लूट मचा रखी है।