मध्यस्थता के माध्यम से पति पत्नि के मध्य उत्पन्न वैचारिक मतभेद का समाधान किया गया!

मध्यस्थता के माध्यम से पति पत्नि के मध्य उत्पन्न वैचारिक मतभेद का समाधान किया गया!

Bhaskar Hindi
Update: 2021-06-10 09:17 GMT
मध्यस्थता के माध्यम से पति पत्नि के मध्य उत्पन्न वैचारिक मतभेद का समाधान किया गया!

डिजिटल डेस्क | खण्डवा वैवाहिक जीवन की डोर बहुत नाजुक होती है इसे संभालने के लिए बड़े जतन करने पड़ते है इसके बावजूद कुछ की शादी शुदा जिंदगी में परेशानियां आ जाती है इसलिए आज के समय में उन तमाम समस्याओं के समाधान के लिए सबसे सरल और अचूक उपाय माध्यस्था योजना भी बनती जा रही है। इसी तारतम्य में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, खण्डवा के अध्यक्ष श्री एल.डी. बौरासी के मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, खण्डवा के अपर सत्र न्यायाधीश/सचिव श्री हरिओम अतलसिया व जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री चन्द्रेश मण्डलोई के समझाईश व प्रयासों के मद्देनजर एक वैवाहिक जोड़ा जो कि वैचारिक मतभेद व शंका एवं बहकावें में आकर उनका वैवाहिक जीवन टूटने की कगार पर आ पहुंचा था ऐसे विवाद का अंत किया गया।

खण्डवा जिले के तहसील खालवा की निवासी - श्रीमति सीमा यादव द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, खण्डवा में पति की प्रताड़ना के संबंध में आवेदन प्रस्तुत कर पति को समझाईश देकर साथ रखने के संबंध में निवेदन किया, इस पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, खण्डवा के सचिव श्री हरिओम अतलसिाया द्वारा उक्त आवेदन में शीघ्रता से कार्यवाही कर उक्त महिला के विवाद को श्रवण किया किया जिस पर महिला द्वारा बताया कि उसके दो छोटे-छोटे बच्चे है तथा पति द्वारा वैचारिक मतभेद व शंका के कारण उसके व उसके बच्चों के साथ आये दिन मारपीट की जाती है इसी के चलते वह पृथक पृथक निवासरत् हैं इस पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, खण्डवा के सचिव श्री हरिओम अतलसिया व जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री चन्द्रेश मण्डलोई द्वारा राज्य प्राधिकरण व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के दीन सबन को लखत है, दीनहि लखे न कोय, जो रहीम दीनहि लखै, दीन बंधू समय होय की सुक्ति को चरितार्थ करते हुए उक्त महिला के आवेदन पर उसके पति को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दिनांक 01.06.2021 व 09.06.2021 बुलाकर दोनों से पृथक पृथक व उसके पश्चात् संयुक्त रूप से उनके बातेे श्रवण कर उचित परामर्श व काउंसलिग के तहत उनके मध्य उत्पन्न वैचारिक विवाद का अंत किया गया तथा उक्त समझाईश के चलते पति अपनी पत्नि व बच्चों सहित एक साथ वैवाहिक जीवन व्यतीत करने व भविष्य में अपने पति धर्मो व कर्तव्यों का पालन करने हेतु तत्पर हुआ तथा उभय पक्ष अपने मतभेद खत्म करने हेतु सहमत होकर शंका न करने की शपथ दोनों द्वारा ली गयी। इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव व जिला विधिक सहायता अधिकारी द्वारा द्वारा उक्त विवाहित जोड़ो को पौधा वितरीत किया गया। उक्त वैवाहिक विवाद का अंत करवाने में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, खण्डवा की फ्रंट ऑफिस कोर्डिनेटर श्रीमति अंजना लखमारे का भी सहयोग रहा।

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