अमृत महोत्सव वर्ष में वीरता का इतिहास याद रखना चाहिए

चंद्रपुर अमृत महोत्सव वर्ष में वीरता का इतिहास याद रखना चाहिए

Bhaskar Hindi
Update: 2022-08-16 09:26 GMT
अमृत महोत्सव वर्ष में वीरता का इतिहास याद रखना चाहिए

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर।  हमें देश की आजादी आसानी से नहीं मिली, इसके लिए कई स्वतंत्रता सेनानियों को अपने प्राणों की आहुति देनी पड़ी। इसलिए, स्वतंत्रता के इस अमृत जयंती वर्ष में, सभी को वीरता के इतिहास को याद रखना चाहिए और भविष्य के लिए एक संकल्प लेना चाहिए। यह विचार  राज्य के कैबिनेट मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने व्यक्त किए। वे जिला प्रशासन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उद्घाटन वक्ता के रूप में बोल रहे थे। इस समय स्वतंत्रता सेनानी डॉ. शेषराव इंगोले, जिलाधिकारी अजय गुल्हाने, पूर्व मनपा अध्यक्ष राखी कंचरलावर, निवासी जिलाधिकारी विशाल कुमार मेश्राम, बल्लारपुर उपविभागीय अधिकारी डॉ. दीप्ति सूर्यवंशी, तहसीलदार कंचन जगताप मुख्य रूप से उपस्थित थे। 

मुनगंटीवार ने आगे कहा कि तिरंगा केवल भगवा, सफेद या हरा कपड़ा नहीं है, इस तिरंगे पर देश के हर नागरिक को गर्व होना चाहिए। आजादी से पहले सभी के हाथ में एक झंडा था जो अंग्रेजों को इस देश से भगाने के लिए था। जब आप तिरंगा देखते हैं, तो आप महात्मा गांधी, भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, स्वतंत्र वीर सावरकर, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, वीर बाबूराव शेडमाके, बिरसा मुंडा और कई अन्य लोगों के संघर्ष को देख सकते हैं। इस तिरंगे के कोने-कोने में हजारों-लाखों शहीद देखे जा सकते हैं।

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत महोत्सव वर्ष के अवसर पर 13 से 15 अगस्त तक सूर्यास्त तक सभी से अपने घरों में तिरंगा झंडा फहराने की अपील की है। 15 अगस्त को सूर्यास्त से पहले ध्वज सम्मानपूर्वक उतारना चाहिए। अवगत रहे कि तिरंगा और भारतीय संविधान वह है जो हमने अंतहीन परिश्रम से हासिल किया है। कार्यक्रम में विधायक मुनगंटीवार के हाथों स्वतंत्रता सेनानी शेषराव इंगोले और बाबूराव बनकर की ओर से उनके पुत्र को शाल, श्रीफल और उपहार देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन सुशील सहारे ने तथा आभार प्रदर्शन सूचना अधिकारी राजेश येसनकर ने माना। 

Tags: