सामूहिक वनाधिकार कानून को लेकर किया मार्गदर्शन
चंद्रपुर सामूहिक वनाधिकार कानून को लेकर किया मार्गदर्शन
डिजिटल डेस्क, राजुरा(चंद्रपुर)। तहसील के चनाखा में एफईएस सामाजिक संस्था की ओर से सामूहिक वनाधिकार प्रबंधन कानून पर पंचायत प्रतिनिधियों का प्रशिक्षण लिया गया। अध्यक्षता चनाखा सरपंच रेखा आकनुरवार ने की प्रमुख मार्गदर्शक राजुरा के उपविभागीय कार्यालय के तहसील वनाधिकार प्रबंधक मनोज पाटिल, टाटा इंस्टीट्यूट के जगदीश डोलसकर, अमोल कुकड़े, ग्रामसेवक मंजूषा पारखी, सातरी सरपंच पदमा वाघमारे, डोंगरगांव सरपंच इंदिरा मेश्राम, रोजगार सेवक तहसील अध्यक्ष भाऊराव आकनुरवार, एफईएस के कोरपना ट्रेनर सुषमा पोटे, प्रकाश काले, वनाधिकार प्रबंधन समिति के अध्यक्ष प्रतिभा मडावी, प्रकाश दुर्योधन उपस्थित थे। सामूहिक वनाधिकार कानून के संबंध में राजुरा के उपविभागीय कार्यालय के वनाधिकार प्रबंधन तहसील प्रबंधक मनोज पाटिल, टाटा इंस्टीट्यूट के ट्रेनर अमोल कुकड़े, जगदीश डोलसकर, एफईएस के सुषमा पोटे, प्रकाश काले ने उपस्थित पंचायत प्रतिनिधियों का मार्गदर्शन किया। गांव के सर्वांगीण विकास में ग्रामीणों की भूमिका महत्वपूर्ण है। ग्रामसभा के माध्यम से ग्रामीणों के सहयोग से सामूहिक वनाधिकार प्रबंधन कर गांव के विकास करने के लिए लोगों को आगे आना चाहिए। वनाधिकार कानून के माध्यम से गांव के सर्वांगीण विकास के लिए नागरिकों को आगे आकर कार्य करने से गांव का कायाकल्प होकर रहेगा। पंचायत प्रतिनिधियों के प्रशिक्षण के दौरान मार्गदर्शन से ग्रामीणों के प्रश्नों पर विस्तृत चर्चा की गई। जगदीश डोलसकर ने प्रशिक्षण के दौरान सुंदर गीत प्रस्तुत किए। प्रस्तावना सुषमा पोटे ने रखी। संचालन प्रकाश काले ने किया। आभार प्रदर्शन प्रकाश दुर्योधन ने किया। इस समय चनाखा, सातरी, विहीरगांव, नलफडी, डोंगरगांव, परिसर के पंचायत प्रतिनिधि एवं ग्रामीणों की बड़ी संख्या में उपस्थित थे।