शुभ संकेत, चार साल में 426 नए ऐसे बीट मिलीं जहां बाघों की मौजूदगी के निशान
शहडोल शुभ संकेत, चार साल में 426 नए ऐसे बीट मिलीं जहां बाघों की मौजूदगी के निशान
डिजिटल डेस्क,शहडो, राघवेंद्र चतुर्वेदी। भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआइआइ) देहरादून द्वारा करवाए जा रहे राष्ट्रीय बाघ आकलन (टाइगर सेंसेस) 2022 के नतीजे सितंबर माह तक आने की संभावना है। इससे पहले मध्यप्रदेश में बाघों की संख्या और उनके विस्तार क्षेत्र को लेकर शुभ संकेत मिले हैं। टाइगर सेंसेस 2018 के नतीजे जुलाई 2019 में जारी हुए तब सर्वाधिक 526 बाघों के साथ मध्यप्रदेश को टाइगर स्टेट का खिताब मिला। उस समय मध्यप्रदेश के 1432 बीट में ही बाघों की मौजूदगी के निशान मिले थे। खासबात यह है कि इन चार साल के दौरान बाघों की मौजूदगी वाले नए वन बीट में 426 का इजाफा हुआ है। टाइगर सेंसेस 2022 के लिए हुए सर्वे के दौरान मध्यप्रदेश के 1858 बीट में बाघों की मौजूदगी के निशान मिले हैं। बाघों की संख्या विस्तार के मामले में अच्छा संकेत माना जा रहा है। अनुमान है कि मध्यप्रदेश में बाघों की संख्या 6 सौ से अधिक है। बतादें कि मध्यप्रदेश में टाइगर सेसेंस की प्रक्रिया के दौरान प्रदेशभर के साढ़े 8 हजार से ज्यादा वन बीट पर बाघ की मौजूदगी के निशान तलाशे गए। पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ भोपाल जेएस चौहान बताते हैं कि डब्ल्यूआइआइ द्वारा सितंबर माह तक बाघ सेंसेस 2022 की रिपोर्ट जारी करने का अनुमान है। पहले शार्ट डिटेल आएगी। विस्तृत विवरण उसके एक माह बाद आने की संभावना है।
मध्यप्रदेश में ऐसे हुआ बाघों की संख्या में इजाफा
प्रदेश -2010 -2014 -2018
मध्यप्रदेश -257 -308 -526
कनार्टक -300 -406 -524
उत्तराखंड -227 -340 -442
महाराष्ट्र -168 -190 -312
तामिलनाडु -163 -229 -264