पुनर्वास के लिए बाढ़ग्रस्तों ने तहसील कार्यालय पर दी दस्तक
गड़चिरोली पुनर्वास के लिए बाढ़ग्रस्तों ने तहसील कार्यालय पर दी दस्तक
डिजिटल डेस्क, सिरोंचा(गड़चिरोली)। गड़चिरोली जिला मुख्यालय से करीब 212 किमी दूरी प्राणहिता, गोदावरी व इंद्रावती नदी के किनारे अनेक गांव बसे हुए हैं। हाल ही में गोदावरी व प्रणहिता नदी में बाढ़ आने से अनेक गांवों में पानी घुसा है। जिससे यहां के नागरिकों के घर समेत खेत-फसलों का भारी नुकसान हुआ है। तहसील के सूर्यापल्ली, धर्मपुरी, मेडाराम, सोमनपल्ली, जानमपल्ली समेत अन्य गांवों के नागरिकों को बाढ़ से बचने अन्य जगह जाना पड़ा। वहीं सूर्यपल्ली गांव के नागरिकों को सुरक्षा के लिए गांव के नजदीक वनविभाग के सर्वे क्रमांक 71 में रहने गए थे, लेकिन वनविभाग द्वारा उन्हें वनविभाग की जगह से हटाया गया। घर में बाढ़ का पानी, खेत पानी में डूबा होने से किसानों का धान, सोयाबीन, कपास समेत सब्जियों की फसल नष्ट हो गई। जिससे किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
राजस्व विभाग तत्काल नुकसान का पंचनामा कर मुआवजा दें तथा सूर्यापल्लीवासियों का पुनर्वसन करें। यह मांग सूर्यापल्ली वासियों ने मंगलवार 19 जुलाई को तहसील कार्यालय पर दस्तक देकर तहसीलदार को सौंपे ज्ञापन में की है। ज्ञापन में कहा कि, सूर्यापल्ली गांव प्राणहिता व गोदावरी नदी के किनारे बसा है। प्रति वर्ष ग्रामीणों को बाढ़ की परिस्थिति का सामना करना पड़ता है। इस वर्ष जिले में शुक्रवार 8 जुलाई की रात से शुरू मूसलाधार बारिश के कारण प्राणहिता व गोदावरी नदी उफान पर होकर बाढ़ आ गई। सूर्यापल्ली समेत तहसील के अनेक गांव बाढ़ के पानी में डूबे हैं। जिससे घर समेत खेती का भारी नुकसान हुआ है। राजस्व विभाग तत्काल नुकसान का पंचनामा कर मुआवजा देकर पुनर्वसन करें। इस समय सूर्यापल्ली गांव के नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।