पीएम फसल बीमा योजना से वंचित होंगे किसान, 100 हेक्टेयर से कम हल्का वाले क्षेत्र अधिसूचित नहीं
पीएम फसल बीमा योजना से वंचित होंगे किसान, 100 हेक्टेयर से कम हल्का वाले क्षेत्र अधिसूचित नहीं
- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत
- किसानों को बीमा कम्पनियों द्वारा निश्चित
- खरीफ की फसल के लिये 2% प्रीमियम और रबी की फसल के लिये 1.5% प्रीमियम का भुगतान करेगा।
- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
- भारत के प्रधानमंत्री
- श्री नरेंन्द्र मोदी
- द्वारा शुरु की गयी योजना है
- ये योजना न केवल खरीफ और रबी की फसलों को बल्कि वाणिज्यिक और बागवानी फसलों के लिए भी सुरक्षा प्रदान करती है
- श्री नरेंन्द्र मोदी
डिजिटल डेस्क दमोह। एक सौ हेक्टेयर से कम हल्का वाले कृषि क्षेत्र को फसल बीमा योजना के लिए अधिसूचित नहीं किया जाता है जिससे एक सौ हेक्टेयर से कम हल्का वाले किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ नहीं मिलेगा। जिससे कई क्षेत्रों के किसान इस योजना से वंचित हो सकते है। वर्तमान में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत मोबाइल एप से फसल कटाई का प्रशिक्षण तहसील स्तर पर पूर्ण हो चुका है। फसल कटाई का कार्य चल रहा है और उत्पादन निकालकर बीमा की राशि निर्धारित की जाएगी। किसान इस बात को लेकर कई बार आंदोलन कर चुके है कि बोई गई फसलों के आधार पर खेत को इकाई मानकर फसल बीमा योजना का लाभ दिया जाए।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में एक सौ हेक्टेयर का हल्का घोषित किया गया है और एक ही फसल को बीमा योजना में अधिसूचित किया गया है, जबकि घोषित भूमि में अनेक प्रकार की फसले बोई जाती है। किसान खेत को इकाई मानकर बीमा की राशि दिलाने की मांग कर रहे है लेकिन योजना में किसी तरह का कोई संशोधन नहीं किया गया है। फसल बीमा योजना के तहत प्रति हेक्टेयर को फसल कटाई कर उत्पादन का आंकलन किया जाता है और उत्पादन कम होने पर किसानों को बीमा योजना का लाभ दिया जाता है। जिससे जितना उत्पादन योजना में निर्धारित किया गया है उससे कम होने पर उसी अनुपात में बीमा की राशि दी जाएगी जितना उत्पादन कम हुआ है।
बीमित किसानों की कटाई
फसलों का बीमा कराने वाले किसानों की एक हेक्टेयर की कटाई की जाती है और उसी उत्पादन का आंकलन किया जाता है। पटवारी, कृषि विभाग एवं जल संसाधन विभाग के कर्मचारियों की उपस्थिति में मोबाइल एप से इस वर्ष फसल कटाई की जाएगी। इस वर्ष मोबाइल एप का नया प्रयोग शुरू किया गया है ताकि पूरी पारदर्शिता बनी रहे। इसके लिए तहसील स्तर पर प्रशिक्षण भी दिए जा चुके है। इस वर्ष चना भी अधिसूचित किया गया है जबकि चना की फसल की कटाई लगातार चल रही है, ऐसे में फसल बीमा योजना से किसानों के प्रभावित होने की संभावना बढ़ जाती है और उन्हें बीमा योजना से वंचित होना पड़ सकता है। उत्पादन का अनुमान लगा पाना मुश्किल हो सकता है।
इनका कहना है
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में एक सौ हेक्टेयर से कम हल्का वाले क्षेत्र अधिसूचित नहीं किए गए है। इस कारण से कुछ परेशानियों आती है।
बीएल कुरील उपसंचालक कृषि, दमोह