विदर्भ के 4 जिलों के किसानों को करोड़ों से ठगा
यवतमाल विदर्भ के 4 जिलों के किसानों को करोड़ों से ठगा
डिजिटल डेस्क, यवतमाल। विदर्भ के चार जिलों के किसानों के साथ करोड़ों रुपए की ठगी का का मामला उजागर हुआ है। आरोपी का नाम नागपुर के सीताबर्डी क्षेत्र के संगम चाल निवासी महालक्ष्मी एग्रो का संचालक सुदर्शन हायग्रीव राव (24) बताया जाता है। पीड़ितों में नागपुर, यवतमाल, वर्धा और भंडारा जिले के किसान शामिल हैं। मामला न्यायालय में लंबित होने के कारण अरेस्ट वारंट निकाला गया। इसके आधार पर पुलिस आरोपी को पकड़ने के लिए नागपुर गई थी। लेकिन आरोपी के नहीं मिलने पर पुलिस बैरंग वापस आ गई। जानकारी के अनुसार इन चारों जिलों के किसानों ने अपने-अपने खेतों में 2017-18 में हल्दी की बुआई की थी। इससे उन्हें अच्छी फसल हुई।
यवतमाल के दहीवलकर प्लॉट निवासी निलेश साहबराव बढ़िये ने 16 हजार 73 क्विंटल हल्दी 2 हजार रुपए प्रति क्विंटल के रेट से दी थी। जिसके 3 लाख 53 हजार रुपए हुए। यह राशि आरटीजीएस से 8 दिन में भेजने की बात 28 अप्रैल 2017 को कही थी। 8 दिन से ज्यादा समय बीतने पर किसान उसके पास पहुंचा। तब उसने आरटीजीएस फेल हो गया, अब चेक से राशि देने की बात कही। जिसके लिए उसने कुल 9 चेक दिए। उसमें कोटक महिंद्रा बैंक जिसकी शाखा लोकमत चौक नागपुर में है। उसके 46 हजार 250 के प्रति चेक के हिसाब से 4 चेक नंबर 254, 255, 256, 257, एक चेक नंबर 258 जिसकी राशि 30 हजार, दूसरे चार चेक 34 हजार 500 प्रति चेक के हिसाब से चेक नंबर 322, 323, 324 और 325 शामिल हैं। यह चेक 10 जुलाई 2017 को बैंक में डाले गए। मगर वह भुनाए नहीं गए। इस कारण 20 दिन के भीतर उसे सूचना देकर पैसे नकद देने की मांग की गई। मगर उसने मांग पर ध्यान नहीं दिया। इस कारण निगोशिएबल एक्ट की धारा 138 के तहत केस डाला गया। इसके बाद से कई बार समन्स और वारंट निकल लेकिन आरोपी तारीख पर हाजिर नहीं हुआ।
यवतमाल के प्रथमश्रेणी जज प्र.श.गिरगांवकर ने 15 फरवरी 2022 को आखिरी वारंट निकाला था। उस वारंट के साथ किसान पुलिसकर्मियांे को लेकर उसके साथ किसान पुलिस को लेकर संगमचाल स्थित के घर पर पहुंचा। तब आरोपी की मां मिली। उन्होंने कहा कि वह घर पर नहीं है। बाद में पुलिस बैरंग लौट आई। यही नहीं नागपुर के इमामवाड़ा क्षेत्र में सचिन मेश्राम से यह खरीदा गया माल रखने के लिए गोदाम किराए पर लिया गया था। उसने भी इस आरोपी को 30.58 लाख की सामग्री बेची थी। वह राशि और उसके साथ गोदाम का किराया भी नहीं दिया। उसी प्रकार वर्धा के 8 किसान, भंडारा और नागपुर के 20 से ज्यादा किसान को इस तरह ठगा गया है। जाे राशि 1 करोड़ के ऊपर जा रही है।