बिजली विभाग के कर्मियों की बेमियादी हड़ताल
पुडुचेरी बिजली विभाग के कर्मियों की बेमियादी हड़ताल
डिजिटल डेस्क, पुडुचेरी। पुडुचेरी बिजली विभाग के कर्मचारियों ने बिजली वितरण और पारेषण के निजीकरण के विरोध में मंगलवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान किया।
पुडुचेरी, कराईक्कल, यनम और माहे के कर्मचारी विरोध में हैं और उन्होंने पुडुचेरी बिजली विभाग के सभी कार्यालयों, प्रतिष्ठानों और सब-स्टेशनों में काम रोक दिया है।
हड़ताल विद्युत अभियंताओं और कर्मचारी निजीकरण विरोध समिति (ईईईपीपीसी) द्वारा दिए गए आह्वान पर की जा रही है।
पुलिसकर्मियों ने प्रधान कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारियों को वहां प्रवेश करने से रोक दिया। इसके बाद बिजली विभाग के कर्मचारियों ने सोनमपलायम जंक्शन स्थित विभाग के प्रधान कार्यालय के पास इकट्ठा होकर विरोध किया।
विभाग के सूत्रों के अनुसार, केंद्र शासित प्रदेश सरकार द्वारा उठाए गए निजीकरण के कदमों के खिलाफ केंद्र शासित प्रदेश में लगभग 2,000 कर्मचारी हड़ताल में शामिल हो गए हैं।
ईईईपीपीसी के नेता सी. अरुल मुरुगन ने हड़ताली कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा, मुख्यमंत्री और बिजली मंत्री ए. नमस्सिवयम जब तक यह आश्वासन नहीं देते कि पुडुचेरी बिजली विभाग के ट्रांसमिशन और वितरण इकाइयों का निजीकरण नहीं किया जाएगा, हड़ताल जारी रहेगी। हम सरकारी कर्मचारियों के रूप में विभाग में नियुक्त हुए हैं और सरकारी कर्मचारियों के रूप में ही सेवानिवृत्त होना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि जब तक हड़ताल का समाधान नहीं हो जाता, तब तक कर्मचारी लाइन में किसी भी ट्रांसमिशन या डिस्ट्रीब्यूशन फॉल्ट पर ध्यान नहीं देंगे और कार्यालयों में बिल वसूली और भुगतान के काम में भी शामिल नहीं होंगे।
ईईपीपीसी नेता पी. वेलमुरुगन ने कहा कि वे आवश्यक सेवा रखरखाव अधिनियम को लागू करने जैसी धमकियों से नहीं डरेंगे और कर्मचारी ऐसी स्थिति को संभाल लेंगे।
पुडुचेरी, कराईक्कल, यनम और माहे सहित क्षेत्र के सभी प्रमुख बिजली कार्यालयों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
बिजली विभाग के कर्मचारियों की हड़ताल के समर्थन में द्रमुक और कांग्रेस जैसे विपक्षी दल मंगलवार शाम को राज्यभर में विरोध मार्च निकालेंगे।
केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के बिजली क्षेत्र के ट्रेड यूनियन नेताओं ने पुडुचेरी पहुंचकर हड़ताल में हिस्सा लिया।
(आईएएनएस)