नागपुर में 5 अप्रैल तक पहुंचेगी चुनावी सामग्री

नागपुर में 5 अप्रैल तक पहुंचेगी चुनावी सामग्री

Bhaskar Hindi
Update: 2019-03-27 07:34 GMT
नागपुर में 5 अप्रैल तक पहुंचेगी चुनावी सामग्री

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  जिला निर्वाचन कार्यालय में 5 अप्रैल तक सभी सामग्री पहुंच सकती है। पोलिंग बूथ पर बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट व वीवीपैट के साथ 267 प्रकार का सामान पहुंचाना पड़ता है। इसमें से एक भी सामान कम रहा तो चुनावी प्रक्रिया में परेशानी हो सकती है। 5 अप्रैल को सामग्री मिलने के बाद जिला निर्वाचन कार्यालय के पास सभी प्रकार की प्रक्रिया पूरी करने के लिए महज चार दिन बचेंगे। हर बार 10 दिन पहले चुनाव संबंधी सामग्री मिल जाती थी लेकिन इस बार इसमें विलंब हो रहा है। 

10 अप्रैल को तैयार हो जाएंगे केन्द्र
जिला निर्वाचन कार्यालय को नागपुर लोकसभा व रामटेक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के हर बूथ तक 10 अप्रैल को बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट, वीवीपैट के साथ 267 प्रकार का सामान पहुंचाना है। जिला निर्वाचन कार्यालय में बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट व वीवीपैट काफी पहले से पहुंच चुके हैं। शासकीय मुद्रणालय नागपुर से मिलनेवाला साहित्य भी पहुंच चुका है। शासकीय मुद्रणालय मुंबई से जो साहित्य आना है, उसमें इस बार थोड़ा विलंब लगेगा। सूत्रों के मुताबिक, मुंबई से आनेवाला साहित्य 5 अप्रैल की शाम तक नागपुर पहुंच सकता है। 5 अप्रैल की रात से ही सामानों की जांच-पड़ताल व शार्टिंग का काम शुरू हो जाएगा। दिन रात काम करने पर यह काम चार दिन में पूरा हो सकता है। नागपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के पोलिंग बूथों पर आसानी से पूरा सामान पोलिंग पार्टी के साथ पहुंच जाएगा, लेकिन रामटेक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के सभी बूथों पर यह सामान 10 अप्रैल की शाम तक पहुंचेगा। 

यह है प्रक्रिया
जिला निर्वाचन कार्यालय की तरफ से सभी सामानों को पोलिंग बूथ के हिसाब से बांटा जाता है। यहां से पोलिंग पार्टी सामान लेकर विधानसभा क्षेत्र तक पहुंचती है। वहां से संबंधित रिटर्निंग अधिकारी विधान सभा क्षेत्र के तहत आनेवाले पोलिंग सेंटरों व बूथों पर यह सामान पहुंचाता है। सारा सामान एक साथ पहुंचाना पड़ता है। नागपुर ग्रामीण में दूरदराज के एरियां में बूथ पर यह सामान 10 अप्रैल की शाम तक पहुंचेगा। 

मुंबई में मचा हंगामा
चुनाव संबंधी सामानों के परिवहन में होनेवाली देरी को लेकर मुंबई में हंगामा मचा हुआ है। कई सामान ऐसे हैं, जो ठेकेदार के माध्यम से लिए जाते हैं। इस प्रक्रिया में देरी होने से भी आगे की प्रक्रिया विलंब से हो रही है। मुंबई में कुछ अधिकारी चुनाव आयोग के निशाने पर हैं। 

गड़चिरोली में असली अग्नि परीक्षा
नक्सल प्रभावित गड़चिरोली जिले में चुनाव कराना पहले से ही चुनौतीपूर्ण है और अब सामान विलंब से पहुंचने से एक-एक पोलिंग बूथ पर सामान पहुंचाना किसी अग्नि-परीक्षा से कम नहीं है। गड़चिरोली के कई बूथ ऐसे हैं, जहां पैदल सामान लेकर जाना पड़ता है। इसी तरह कई बूथ ऐसे हैं, जहां पैदल जाना मुश्किल होता है। इन जगहों पर कड़ी सुरक्षा में हेलिकॉप्टर से पोलिंग पार्टी सामान लेकर पहुंचती है। गड़चिरोली जिला निर्वाचन कार्यालय में भी 5 अप्रैल को ही सामान पहुंचेगा। बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट व वीवीपैट के साथ 267 प्रकार का सामान कम समय में शार्टिंग करके पहुंचाना है। इस काम में लगे कर्मचारियांे को पांच दिन लगातार काम करना पड़ सकता है। 
 

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