सारे कार्यक्रम रद्द कर गांव पहुंचे एकनाथ, फडणवीस बोले-शिंदे के ही नेतृत्व में लड़ेंगे चुनाव
सीएम को लेकर किचकिच सारे कार्यक्रम रद्द कर गांव पहुंचे एकनाथ, फडणवीस बोले-शिंदे के ही नेतृत्व में लड़ेंगे चुनाव
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र के सत्ता संघर्ष को लेकर सुप्रीम कोर्ट के संभावित फैसले को लेकर लगाई जा रहीं अटकलों के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा और शिवसेना (शिंदे गुट) के बीच किच-किच शुरु हो गई है। नागपुर में उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भावी मुख्यमंत्री बताने वाला पोस्टर लगने से सियासी अटकलें तेज हो गई हैं। इस बीच 2024 के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर भाजपा के भीतर अलग-अलग सुर सुनाई दे रहे हैं। वहीं, शिवसेना के शिंदे गुट ने अगले साल विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद पर दावा ठोंक दिया है। नागपुर में लगे फडणवीस को भावी मुख्यमंत्री बताने वाले पोस्टर पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने पार्टी की भूमिका स्पष्ट की है। मंगलवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में बावनकुले ने कहा कि हर व्यक्ति को लगता है कि हमारा नेता मुख्यमंत्री होना चाहिए। लेकिन राज्य में फिलहाल मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे हैं जबकि उप-मुख्यमंत्री फडणवीस हैं। शिंदे और फडणवीस की जोड़ी अच्छा काम कर रही है।
पार्टी करेगी फैसला
बावनकुले ने कहा कि 2024 के विधानसभा चुनाव में भाजपा और शिवसेना के शिंदे गुट के गठबंधन का चेहरा कौन होगा, यह फैसला पार्टी का केंद्रीय संसदीय बोर्ड करेगा। दूसरी ओर कर्नाटक में उप मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि शिंदे राज्य के मुख्यमंत्री हैं। शिंदे ही विधानसभा चुनाव तक मुख्यमंत्री बने रहेंगे। भाजपा और शिवसेना (शिंदे गुट) गठबंधन मुख्यमंत्री शिंदे के नेतृत्व में ही 2024 का चुनाव लड़ेगा और हम चुनाव भी जीत कर दिखाएंगे। फडणवीस ने कहा कि नागपुर में मुझे भावी मुख्यमंत्री बताने वाले पोस्टर को हटा देना चाहिए। इस तरह की मूर्खता भाजपा में नहीं चलती है। फडणवीस ने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि पोस्टर लगाने वाले भाजपा के कार्यकर्ता होंगे। फिर भी कभी-कभी लोग खबरों में आने के लिए अति उत्साह दिखा देते हैं। वहीं शिवसेना (शिंदे गुट) के कैबिनेट मंत्री उदय सामंत ने कहा कि अगले डेढ़ साल तक शिंदे ही मुख्यमंत्री रहेंगे। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में ही 2024 का विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा।
फडणवीस का बयान अहम
शिवसेना (शिंदे गुट) के मुख्य प्रवक्ता तथा प्रदेश के स्कूली शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि बावनकुले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं। इसलिए वे अपने दल के पक्ष में बोल रहे हैं। लेकिन उप-मुख्यमंत्री फडणवीस ने खुद घोषित किया है कि मुख्यमंत्री शिंदे के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा जाएगा। बावनकुले और फडणवीस के बीच निश्चित रूप से फर्क है। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व फडणवीस के संपर्क में रहता है। इसलिए फडणवीस का बयान ज्यादा अहम है।