गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

नाराजगी गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

Bhaskar Hindi
Update: 2023-05-04 08:45 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। आदिवासी बहुल गड़चिरोली जिले में प्रकृति ने प्रचूर मात्रा में खनिज संपत्ति उपलब्ध करायी है। इस खनिज से स्थानीय लोगों को रोजगार के साथ जिले का विकास किया जा सकता है, लेकिन पिछले 2 वर्ष से जिला खनिज निधि में प्राप्त राशि का किसी भी तरह के विकास कार्य पर उपयोग होते दिखायी नहीं दे रहा है। फलस्वरूप प्रकल्प प्रभावित इलाकों के नागरिकों को आज भी सुविधाओं से वंचित रहना पड़ रहा है। सुरजागढ़ पहाड़ी पर हो रहे लोह उत्खनन से जिला खनिज निधि में अब तक 160 करोड़ रुपए की निधि जमा हुई है। मात्र इस निधि से प्रकल्प बाधित और अबाधित क्षेत्र में किसी तरह के कार्य नहीं किए  जाने से जिलावासियों में नाराजगी व्यक्त की जा रही है। 

बता दें कि, एटापल्ली तहसील की एकमात्र सुरजागढ़ पहाड़ी पर पिछले 2 वर्ष से लोह का उत्खनन किया जा रहा है। लॉयड्स एंड मेटल्स कंपनी द्वारा लोह अयस्क का कार्य लगातार जारी है। पहाड़ी से जितनी मात्रा में लोह उत्खनन किया जा रहा है, उसके अनुपात में सरकारी नियमों के तहत संबंधित कंपनी को जिला खनिज निधि में राशि जमा करवानी पड़ती है। पिछले 2 वर्ष की कालावधि में कंपनी द्वारा 160 करोड़ रुपए की निधि जमा करने की जानकारी मिली है।  इस निधि से प्रकल्प बाधित इलाकों में सड़कों की मरम्मत के साथ लोगों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने का नियम है। इसमें कुल निधि में से 60 फीसदी निधि बाधित और शेष 40 प्रतिशत निधि अबाधित क्षेत्र के विकास कार्यों पर खर्च करनी है। सुरजागढ़ पहाड़ी से लगातार हो रहे उत्खनन के कारण ट्रकों की यातायात बढ़ गयी है। जिसके चलते सड़कों की हालत दयनीय अवस्था में पहुंच गयी है। लगातार बढ़ रही यातायात के चलते धूल बढ़ जाने से सड़क किनारे खेतों की फसलें भी तबाह हुई। जिला खनिज निधि की मदद से बाधित क्षेत्र में सड़क मरम्मत के साथ सड़कों के नविनीकरण और नुकसानग्रस्त किसानों को वित्तीय मदद देना अावश्यक था। मात्र जिला प्रशासन ने अब तक इस तरह का कार्य शुरू नहीं किया है। इतना ही नहीं अबाधित क्षेत्र में भी इस निधि की मदद से जिला प्रशासन को विभिन्न प्रकार के विकास कार्य करने है। लेकिन जिला खनिज निधि में पर्याप्त मात्रा में फंड उपलब्ध होने के बाद भी अब तक जिलेभर में किसी तरह के कार्य आरंभ नहीं किये गये है। फलस्वरूप प्रकल्प बाधित इलाकों के लोगों में नाराजगी व्यक्त होने लगी है। जिला खनिज निधि की मदद से बाधित और अबाधित इलाकों में विकास कार्य शुरू करने की मांग निरंतर रूप से की जा रहीं है।

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