मनरेगा मजदूरों की डिजिटल हाजरी की सेवा शुरू
मोबाइल एप के जरिए पता चलेगा काम का लोकेशन मनरेगा मजदूरों की डिजिटल हाजरी की सेवा शुरू
डिजिटल डेस्क, गोंदिया। मनरेगा का नाम लेते ही अनेकों बार भ्रष्टाचार की खबरें पढ़ने को मिलती है, लेकिन अब भ्रष्टाचार पर नियंत्रण पाने के लिए शासन ने नए वर्ष के पहले दिन अर्थात 1 जनवरी 2023 से डिजिटल हाजरी की सेवा शुरू कर दी है। सेवा के माध्यम से मनरेगा के काम पर कार्यरत मजदूरों की हाजरी डिजिटल ली जा रही है। इसके लिए मनरेगा कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बता दें कि शासन की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक मनरेगा योजना है, जो ग्रामीण क्षेत्र के मजदूरों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। गांव के मजदूरों को गांव में ही काम मिल सके ताकि मजदूरों का पलायन रूक जाए, इसी उद्देश्य को लेकर केंद्र शासन द्वारा मनरेगा योजना अमल में लाई गई है। इस योजना के तहत परिवार के एक पंजीकृ़त मजदूर को 100 दिन रोजगार देने की गारंटी है। लेकिन अक्सर खबरें पढ़ी जाती है कि बोगस मजदूरों के नाम मजदूरी निकाली जा रही है। इस तरह के मामलों का भी जांच के दौरान खुलासा भी हुआ है। भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए शासन ने एक नई नीति अमल में लाई है जिसका नाम डिजिटल हाजरी है। इस नीति के तहत मनरेगा के काम पर 20 से अधिक मजदूर काम कर रहे है। मोबाइल एप के माध्यम से ऐसे मजदूरों की डिजिटल हाजरी लगाई जाएगी। इस प्रक्रिया में काम का लोकेशन, मजदूर की फोटाे तथा उसकी हाजरी ऑनलाइन दिखाई देगी। जिसकी शुरूआत नव वर्ष अर्थात 1 जनवरी 2023 से शुरू की गई है। वर्तमान में गोंदिया जिले में लगभग 2 हजार से अधिक मजदूर मनरेगा का काम कर रहे है।