ड्रोन की मदद से फसल नुकसान का सर्वेक्षण और भूमापन
जमीनों को किया रेखांकित ड्रोन की मदद से फसल नुकसान का सर्वेक्षण और भूमापन
डिजिटल डेस्क, चिमूर(चंद्रपुर) । अब ड्रोन की मदद से जीआईएस प्रणाली के अनुसार सर्वेक्षण और भूमापन किया जाएगा। इसके तहत चयनित 149 गांवों में ड्रोन जमीन से 120 मीटर ऊंचाई पर उड़ेगा। 149 गांवों में से तहसील के शिवापुर (बंदर) गांव से ड्रोन ने उड़ान भरी। इस दौरान तहसीलदार बुरांडे के हाथों पूजा कर ड्राेन उड़ाया गया। सर्वे ऑफ इंडिया के दो दलों केे माध्यम से 10 दिनों में गांवों का सर्वेक्षण किया जाएगा। इसके माध्यम से ग्राम पंचायत क्षेत्राधिकार में सभी संपत्ति कर को कवर किया जा सकता है और राजस्व में वृद्धि होगी। संपत्ति कर आकलन पत्रक नमूना आठ (अ) अपने आप जनरेट हो जाएगा। टैक्स प्रणाली आधुनिक होगी। गांव की सीमा के भीतर प्रत्येक आय की मैपिंग की जाएगी और प्रत्येक सीमा तय की जाएगी। गांव की सड़कों, ग्राम पंचायतों और सरकारी खुले नालों का सीमांकन कर अतिक्रमण को रोका जा सकता है। घर पर कर्ज लेने सुविधा मिलेगी। टैक्स लगाने के साथ-साथ ग्राम पंचायत के पास अभिलेख व नक्शा उपलब्ध होगा।
बता दें कि प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के तहत, राज्य ग्राम विकास विभाग और भूमि अभिलेख विभाग के सहयोग से तहसील में स्वामित्व योजना, स्वामित्व अधिकार सर्वेक्षण चलाया जा रहा है। 25 जुलाई से चयनित तहसील में गांवों की जमीन को रेखांकित करने का काम शुरू किया गया है। इसी के तहत बुधवार को शिवापुर (बंदर) गांव से ड्रोन ने उड़ान भरी। इस अवसर पर तहसीलदार प्राजक्ता बुरांडे, उपअधीक्षक भूमि अभिलेख अरुण वरहाडे, ग्रामसेविका किन्नाके, उपसरपंच आदित्य वासनिक ग्रा.पं. सदस्य मनी रॉय, सर्वे ऑफ इंडिया के अधिकारी भगवान प्रसाद, ड्रोन पायलट प्रसाद पाटील, संजय देशभ्रतार, भूमि अभिलेख सर्वेयर नीलेश रायपुरे, धीरज मस्के आदि उपस्थित थे।
जिले के अन्य तहसीलों में रेखांकित निशान वाले गांवों और बस्तियों का सर्वेक्षण और भूमापन अंतिम चरण में है। नागपुर संभाग के जिला एवं तहसील स्तर पर उक्त गांवों के ड्रोन सर्वेक्षण के तहत ग्राम पंचायत का सीमांकन एवं ग्राम वार संपत्ति संख्या को उस आय के अनुसार आगे लाया जाता है और अगले दिन ड्रोन सर्वेक्षण किया जा रहा है। 25 जुलाई से चिमूर तहसील के चयनित गांवों में रेखांकित करने का र्का शुरू है। यह कार्यक्रम 11 अगस्त तक चलाया जाएगा। इसके लिए पंचायत समिति स्तर से दस टीमों का गठन किया गया है। तहसील में 259 गांव हैं, जिनमें से 10 गांव नगर परिषद की सीमा में आते हैं। चिमूर, शंकरपुर, अंबोली, नेरी, कवड़सी (रोड़ी), सावरगांव, जंबुलघाट, भिसी गांव में शहर सर्वेक्षण नगर भूमि सर्वेक्षण योजना शुरू है इसलिए इन गांवों में कोई ड्रोन नहीं उड़ेगा। शेष तहसील के 149 गांवों मंे यह ड्रोन उड़ान भरेगा।