माकपा कार्यकर्ता की पत्नी ने बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की
केरल माकपा कार्यकर्ता की पत्नी ने बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की
डिजिटल डेस्क, कोच्चि। लापता माकपा कार्यकर्ता पी. सजीवन की पत्नी ने शुक्रवार को बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका के साथ केरल उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है, जिसमें आरोप लगाया गया कि आगामी पार्टी संगठनात्मक चुनावों से जुड़े कारणों से उनके पति का अपहरण किया गया था। अपनी याचिका में, उन्होंने कहा कि उनके पास अदालत जाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था, क्योंकि सजीवन के लापता होने के एक महीने बीत जाने के बाद भी चल रही पुलिस जांच में कोई खुलासा नहीं हुआ। याचिका पर कार्रवाई करते हुए खंडपीठ ने इस मामले में राज्य सरकार को नोटिस जारी किया है। सजीवन, जो एक मछुआरे के रूप में जीवन यापन करते हैं और 29 सितंबर से अलाप्पुझा जिले में अपने गृह नगर से लापता है। जिस दिन वह लापता हुए, उस दिन उनके परिवार ने अमाबलपुझा पुलिस स्टेशन का दरवाजा खटखटाया और आरोप लगाया कि यह लापता मामला नहीं है, बल्कि अपहरण है, क्योंकि उनके गांव में पार्टी गुटों से ग्रस्त है।
(आईएएनएस)