धान के बोनस का परिपत्रक न निकलने से किसानों में भ्रम
भंडारा धान के बोनस का परिपत्रक न निकलने से किसानों में भ्रम
डिजिटल डेस्क, पवनी (भंडारा)। पवनी तहसील में चौरस क्षेत्र के धान उत्पादक किसान फिलहाल भ्रम में हैं। धान उत्पादकों को प्रति हेक्टेयर 15 हजार रुपए बोनस देने की राज्य शासन ने घोषणा की थी, परंतु इसका परिपत्रक अब तक न निकलने से किसानों को मदद मिलेगी या नहीं यह आशंका निर्माण हो रही है। किसानों को प्रति हेक्टेयर 15 हजार रुपए की मदद होने से बोनस है या मदद है। यह प्रश्न भी किसान कर रहे हैं। शीत सत्र में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने खरीफ मौसम के लिए 15 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर बोनस घोषित किया था, लेकिन बोनस किस पर यह भ्रम किसानों के मन में है। गत कुछ वर्ष के अनुभव को ध्यान में रखते हुए जिन किसानों ने समर्थन मूल्य खरीदी केंद्र पर धान दिया उन्हीं को बोनस मिला था, लेकिन इस वर्ष बोनस तो घोषित हुआ। परंतु यह बोनस समर्थनमूल्य धान खरीदी केंद्र पर धान देने वाले किसानों को या सभी किसानों के लिए है यह भ्रम कायम है। अनेक किसानों ने हल्के धान का उत्पादन कर समर्थनमूल्य केंद्र पर बेचा। इसलिए सरकार द्वारा घोषित किया गया बोनस सभी किसानों को मिलेगा तो यह समर्थनमूल्य केंद्र पर धान देने वाले किसानों पर अन्याय होगा। जिन किसानों की फसल अतिवृष्टि के कारण बह गई, उन्हें सरकार ने मुआवजा दिया है। यदि सभी किसानों को प्रति हेक्टेयर बोनस घोषित किया है तो उन्हें दो तरफा लाभ होगा। एक ही सात-बारा पर अनेक नाम हैं। बोनस किसके खाते में जमा करें यह भी एक प्रश्न है। सरकार बोनस कब देगा यह भी स्पष्टता नहीं है। इसलिए बोनस किस स्वरूप में दिया जाएगा। सभी को या सिर्फ समर्थन मूल्य पर धान खरीदी केंद्र पर देने वाले किसानों को। प्रति हेक्टेयर इस संबंध में स्पष्ट परिपत्रक निकालकर किसानों के मन की शंका दूर करने की मांग की जा रही है।