सीएम शिवराज को अब भी याद है लता दीदी से 20 मिनट की टेलीफोनिक बात
मध्यप्रदेश सीएम शिवराज को अब भी याद है लता दीदी से 20 मिनट की टेलीफोनिक बात
- नर्मदा यात्रा में शामिल होने की बहुत इच्छा रखती थी लता दीदी
डिजिटल डेस्क, भोपाल। सुर सम्राज्ञी लता मंगेशकर का मध्य प्रदेश से गहरा नाता था, उनका अपनों से जुड़ाव भी था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भी उनसे 20 मिनट की लंबी टेलीफोन पर बात हुई थी जो उन्हें आज भी याद है। इस बातचीत और उनके भाव को चौहान ने अपने ब्लॉग में व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री चौहान ने अपने ब्लॉग में लिखा है, लता दीदी का जाना विश्व संगीत जगत की अपूरणीय क्षति। यह मेरे लिए एक व्यक्तिगत क्षति है।
सीएम चौहान ने लता मंगेशकर से हुई टेलीफोन पर बातचीत का जिक्र करते हुए लिखा है, वर्ष 2017 में मैंने नर्मदा सेवा यात्रा और पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों से संदेश पहुंचाने का आग्रह किया था। नर्मदा सेवा यात्रा को लेकर करीब 20 मिनट फोन पर बातचीत हुई थी। चौहान के मुताबिक लता मंगेशकर ने नर्मदा सेवा यात्रा के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। प्रयासों की प्रशंसा की। बातचीत के दौरान, मध्यप्रदेश और नर्मदा नदी को लेकर भावुक हो गईं थी। उन्होंने कहा था, नर्मदा यात्रा में शामिल होने की बहुत इच्छा रखती हूं, किंतु स्वास्थ्य मुझे इस बात की अनुमति नहीं दे रहा।
मुख्यमंत्री चौहान ने अपने ब्लॉग में कहा कि, उनकी वाणी और शब्दों में जो अपनापन और स्नेहभाव था वह मैं कभी भूल नहीं सकता हूं। उनकी आत्मीयता का वह अहसास मेरे लिए एक अमूल्य निधि हैं। लता दीदी मध्यप्रदेश की बेटी थीं, मध्यप्रदेश उनकी कर्मभूमि भले ही नहीं रहा, लेकिन उनका दिल हमेशा मध्यप्रदेश के लिए धड़कता था।
चौहान ने लता मंगेशकर को मां सरस्वती का वरदान प्राप्त हेाने की बात करते हुए लिखा है, एक महान सुर-साधक होने के साथ ही महान राष्ट्रभक्त थीं लता दीदी,उनकी राष्ट्रभक्ति, उनकी स्वर-साधना में हमेशा मुखरित होती रही। लता दीदी के बिना ये देश सूना है।देश के गीत और संगीत सूने हैं, हर घर सूना है। ह्रदय घट सूना है। दीदी की कमी कभी कोई पूरा नहीं कर सकता। दीदी को गीत-संगीत की देवी मानकर दुनिया हमेशा पूजा करती रहेगी। मुख्यमंत्री ने आगे लिखा है, लता दीदी भले ही हमारे बीच से चली गई लेकिन अपने गाये हुये हजारों गानों के माध्यम से दुनिया के दिलों में राज करती रहेंगी।
(आईएएनएस)