रिश्वत लेने वाले जिला अस्पताल का बाबू और लैब टेक्नीशियन सस्पेंड
रिश्वत लेने वाले जिला अस्पताल का बाबू और लैब टेक्नीशियन सस्पेंड
डिजिटल डेस्क, सतना। हितग्राहियों व अपने वरिष्ठ अधिकारियों की नाक में दम कर देने वाले जिला अस्पताल में पदस्थ एक बाबू और एक लैब टेक्नीशियन को आखिरकार कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह ने सस्पेंड कर दिया। ये दोनों ही कर्मचारी अपना कार्य ईमानदारी से नहीं कर रहे थे और हितग्राहियों से रिश्वत मांगने में हद पार कर दी थी। इन दोनों को ही हितग्राहियों से रिश्वत लेना और अपने उच्चाधिकारी से बदसुलूकी करना महंगा पड़ गया। काम के एवज में पैसा लेने के आरोप में कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह ने शुक्रवार को दोनों कर्मचारियों को सस्पेण्ड कर दिया। निलम्बन के बाद दोनों कर्मचारियों को अलग-अलग कार्य स्थल भेजा गया है। निलंबित किए गए कर्मचारियों में एक सहायक ग्रेड-3 तो दूसरा लैब टेक्नीशियन हैं।
मेडिकल सर्टिफिकेट के एवज में ली थी रकम
गौरतलब है कि जिला अस्पताल में पदस्थ सहायक ग्रेड-3 हरिशंकर मिश्रा ने 27 अप्रैल को सहायक अध्यापक रमेश कुमार गौतम से मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने के नाम पर 700 रुपए झटक लिए थे जबकि लोकसभा चुनाव कार्य में ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों से मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने पर कोई भी शुल्क नहीं लिया जाना था। इस बात की शिकायत सिविल सर्जन डॉ. एसबी सिंह ने कलेक्टर से की थी। इतना ही नहीं गुरुवार को श्री मिश्रा ने सीएस से बदसुलूकी भी की। इसके बाद कलेक्टर ने सहायक ग्रेड-3 को सस्पेण्ड करते हुए देवराजनगर सीएचसी अटैच किया है।
इधर, एलटी की शिकायत
जननी सुरक्षा योजना के तहत गर्भवती महिलाओं की जांच के लिए अलग बनाई गई लैब में ड्यूटी कर रहे बालमुकुन्द सोनी पर भी हितग्राहियों से विभिन्न जांचों के एवज में पैसा मांगने का आरोप है। गुरुवार को नशे की हालत में लैब टेक्नीशियन ने सिविल सर्जन और कैशियर से बदसुलूकी भी की। इस पर सिविल सर्जन की शिकायत पर कलेक्टर ने बालमुकुन्द सोनी को भी निलम्बित करते हुए जसो प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अटैच कर दिया।